मुंबई, 01 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कोलकाता के राजभवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुलाकात हुई। मोदी 2 दिन के दौरे पर बंगाल पहुंचे। हुगली के आरामबाग में मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुझे दुश्मन नंबर-1 मानती हैं। आज बंगाल की जनता मुख्यमंत्री दीदी से पूछ रही है, उनके लिए कुछ लोगों का वोट आपके लिए संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं से भी ज्यादा हो गया। आपको शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे नेताओं ने लाठियां खाईं, मुसीबत झेली। तब कहीं जाकर बंगाल पुलिस को आपकी ताकत के सामने झुककर उस आरोपी (शेख शाहजहां) को गिरफ्तार करना पड़ा। ये करीब दो महीने फरार रहा। कोई तो होगा, जो उसको बचा रहा होगा। क्या ऐसी टीएमसी को माफ करेंगे। यहां मांओं-बहनों के साथ जो हुआ है, उसका बदला लेंगे। हर चोट का जवाब वोट से देना है। साथ ही हमारा प्रयास है कि पश्चिम बंगाल में रेलवे का आधुनिकीकरण उसी रफ्तार से हो, जैसे देश के दूसरे हिस्सों में हो रहा है। भारत ने दुनिया को दिखाया कि पर्यावरण के साथ तालमेल बैठाकर विकास कैसे किया जा सकता है। हल्दिया से बरौनी तक 500 किमी से ज्यादा लंबी क्रूड ऑयल की पाइप लाइन इसका उदाहरण है। पश्चिम बंगाल के लोगों के सहयोग से हम विकसित भारत का सपना पूरा करेंगे।
यहां की मुख्यमंत्री भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए धरने पर बैठ जाती हैं। यहां की सरकार चाहती है कि केंद्र की योजनाओं में भी उन्हें खुली लूट करने का मौका मिले। मोदी इनकी मनमानी चलने नहीं दे रहा। इसलिए वे मोदी को दुश्मन नंबर 1 मानती हैं। मैं आपसे पूछता हूं- क्या मैं टीएमसी की लूट चलने दूं? टीएमसी जो कर रही है, क्या मैं करने दूं? ये पैसा आपका है कि नहीं? ये बंगाल के लोगों, आपकी मेहनत का पैसा है कि नहीं? क्या ये औरों को लूटने दूं क्या? अगर मैं लड़ाई लड़ता हूं तो सही करता हूं? गरीब, किसान, महिला, युवा हमारी प्राथमिकताएं 10 साल में भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। 21वीं सदी का भारत तेज गति से आगे बढ़ रहा है। हम सभी ने मिलकर 2047 तक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य तय किया है। देश का गरीब, किसान, महिला व युवा ये हमारी प्राथमिकता है। हमने निरंतर गरीब कल्याण के लिए कदम उठाए हैं, जिसे दुनिया देख रही है। दरअसल, पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के (TMC) नेता शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। लोगों का दावा है कि शाहजहां ने जबरन लोगों की जमीन पर कब्जा भी कर रखा है। इसके चलते वहां विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। हाईकोर्ट की फटकार पर पुलिस ने 29 फरवरी को 55 दिन बाद मुख्य आरोपी शेख शाहजहां को अरेस्ट किया था।