प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज में इन दिनों हालात बेहद मुश्किल हो गए हैं। गंगा और यमुना पहले से ही उफान पर हैं और ऊपर से शुक्रवार तड़के शुरू हुई लगातार बारिश ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। छह घंटे से भी ज्यादा वक्त से शहर में झमाझम बारिश हो रही है, जिससे जगह-जगह जलभराव हो गया है। पहले ही बाढ़ से जूझ रहे शहर में अब बारिश ने आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है।
बारिश की वजह से 8 अगस्त को स्कूल खुले तो जरूर, लेकिन ज्यादातर बच्चे नहीं पहुंच पाए। कुछ स्कूलों ने तो छुट्टी का मैसेज भी भेज दिया। बाजारों में भी सन्नाटा पसरा है, दुकानें देर से खुलीं और ग्राहक भी कम नजर आए। निरंजन डॉट पुल जैसे कई रास्ते जलभराव के चलते बंद हो गए हैं, जिससे आवाजाही में भारी परेशानी हो रही है।
1 जून से 7 अगस्त तक प्रयागराज में 500.2 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि मौसम विभाग ने सिर्फ 379.4 मिमी का अनुमान जताया था। यानी यहां अब तक औसत से 32% ज्यादा बारिश हो चुकी है। लगातार हो रही बारिश का असर ये हुआ है कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में चल रहे राहत कार्य भी थम गए हैं। अब सिर्फ NDRF, SDRF और जल पुलिस ही मदद पहुंचा पा रही हैं। आम लोग जो नावों से राहत सामग्री पहुंचा रहे थे, वो बारिश के कारण रुक गए हैं।
शहर के छोटा बघाड़ा, बड़ा बघाड़ा, सलोरी, दारागंज, करेलाबाग, शिवकुटी से लेकर सिविल लाइंस जैसे इलाकों में भी जलभराव हो गया है। प्रयागराज जंक्शन, शाहगंज, नखासकोहना, रानीमंडी और जॉर्जटाउन जैसे प्रमुख स्थानों पर भी पानी भर चुका है। हालात ये हैं कि लोग घरों में कैद हो गए हैं और बारिश थमने की दुआ कर रहे हैं।