मुंबई, 27 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। चुनाव आयोग ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा नेता कंगना रनोट पर टिप्पणी के लिए दिलीप घोष और सुप्रिया श्रीनेत को कारण बताओ नोटिस भेजा है। आयोग ने कहा कि दोनों नेताओं की टिप्पणियां अशोभनीय और गंदी थीं। चुनाव पैनल ने कहा कि दोनों टिप्पणियां आदर्श आचार संहिता और चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों को गरिमा बनाए रखने की सलाह का उल्लंघन थीं। दोनों को शुक्रवार शाम तक नोटिस का जवाब देने को कहा गया है।
दरअसल, कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने बीते दिनों अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कंगना की एक तस्वीर पोस्ट की थी। इसके कैप्शन में लिखा था, क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा। सुप्रिया के पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कंगना ने एक्स पर लिखा, हमें अपनी बेटियों को पूर्वाग्रहों के बंधनों से मुक्त करना चाहिए। हमें महिला के शरीर के अंगों के बारे में जिज्ञासा रखने से ऊपर उठना चाहिए। साथ ही हमें यौनकर्मियों के चुनौतीपूर्ण जीवन या परिस्थितियों को लेकर इस प्रकार के अपशब्दों के इस्तेमाल से बचना चाहिए। हर महिला अपनी गरिमा की हकदार है। साथ ही, भाजपा सांसद दिलीप घोष ने ममता बनर्जी के फैमिली बैकग्राउंड पर टिप्पणी की थी। TMC ने बीते दिन उनका एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया था। इसमें घोष ने कहा था, ममता जब गोवा जाती हैं तो खुद को गोवा की बेटी कहती हैं। त्रिपुरा में खुद को वहां की बेटी बताती हैं। वे तय करें कि उनके पिता कौन है। किसी की भी बेटी बन जाना अच्छा नहीं है। जिसके बाद TMC ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी।
इसके बाद बीजेपी ने भी दिलीप घोष को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोष को लेटर लिखकर कहा, आपकी टिप्पणी अशोभनीय, असंसदीय और हमारी पार्टी की परंपरा के खिलाफ है। हम ऐसी टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हैं। पार्टी की फटकार के बाद घोष ने अपने बयान को लेकर माफी मांग ली। उन्होंने कहा, बंगाल की मुख्यमंत्री से मेरा कोई निजी विवाद नहीं है। मेरी भाषा और शब्दों के प्रयोग पर कई लोगों को आपत्ति है। मेरी पार्टी के साथ-साथ अन्य लोगों ने भी इसे असंसदीय बताया। अगर ऐसा है तो मुझे इसका दुख है। आपको बता दें, बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पांचवीं लिस्ट जारी की थी। इसमें एक्ट्रेस कंगना रनोट को हिमाचल की मंडी से प्रत्याशी बनाया गया था।