मुंबई, 22 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। एअर इंडिया पर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने 80 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। ये जुर्माना फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन्स और फटीग मैनेजमेंट सिस्टम (FMS) से संबंधित नियमों के उल्लंघन के लिए लगाया गया है। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने हाई लेवल की सेफ्टी सुनिश्चित करने के लिए, फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन्स और FMS नियमों के अनुपालन को लेकर जनवरी महीने में एअर इंडिया का स्पॉट ऑडिट किया था। ऑडिट के दौरान डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने पाया कि कंपनी ने नियमों का उल्लंघन करते हुए उड़ानें संचालित कीं।
डीजीसीए ने कहा कि रिपोर्टों और साक्ष्यों के विश्लेषण से पता चला कि एअर इंडिया ने कुछ मामलों में 60 साल से अधिक उम्र के दोनों फ्लाइट क्रू के साथ उड़ानें संचालित कीं, जो एयरक्राफ्ट रूल्स, 1937 के नियम 28 A के उप नियम (2) का उल्लंघन है। पर्याप्त साप्ताहिक आराम, अल्ट्रा-लॉन्ग रेंज (यूएलआर) उड़ानों से पहले और बाद में पर्याप्त आराम और फ्लाइट क्रू को लेओवर पर पर्याप्त आराम प्रदान करने में भी कमी पाई गई। इसके अलावा, गलत तरीके से मार्क किए गए ट्रेनिंग रिकॉर्ड आदि के मामले भी देखे गए। डीजीसीए ने कहा कि एअर इंडिया को अपना जवाब दाखिल करने के लिए 1 मार्च, 2024 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। विमानन नियामक ने पाया कि उसकी प्रतिक्रिया संतोषजनक नहीं है।