घटनाओं के एक दुखद मोड़ में, लेबनान से लॉन्च की गई एक एंटी-टैंक मिसाइल ने इज़राइल की उत्तरी सीमा पर एक समुदाय, मार्गालियट के पास एक बगीचे पर हमला किया। यह घटना सोमवार सुबह करीब 11 बजे गलील क्षेत्र में एक बागान में हुई। सभी पीड़ित, भारत के केरल के रहने वाले थे, उन्हें इस हमले का खामियाजा भुगतना पड़ा।
मौतें और चोटें
केरल के कोल्लम के पटनीबिन मैक्सवेल ने हमले में अपनी जान गंवा दी, उनके शव की पहचान ज़िव अस्पताल में की गई। दूसरी ओर, बुश जोसेफ जॉर्ज और पॉल मेल्विन को चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया। चेहरे और शरीर पर चोट लगने के कारण जॉर्ज की पेटाह टिकवा के बेइलिंसन अस्पताल में सफल सर्जरी हुई। मामूली चोटों के साथ मेल्विन को सफेड के ज़िव अस्पताल में चिकित्सा सहायता मिल रही है।
अंतर्राष्ट्रीय हताहतों की संख्या और हिज़्बुल्लाह की कथित भूमिका
रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि हमले में तीन भारतीयों सहित सात विदेशी कर्मचारी घायल हो गए। लेबनान में शिया गुट हिजबुल्लाह पर हमले की साजिश रचने का संदेह है। गाजा पट्टी में चल रहे संघर्ष के बीच हमास का समर्थन करते हुए यह समूह 8 अक्टूबर से उत्तरी इज़राइल पर लगातार हमले कर रहा है।
इजरायली प्रतिक्रिया और चल रहा संघर्ष
इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने प्रक्षेपण स्थल पर तोपखाने से गोलाबारी करके तेजी से जवाबी कार्रवाई की। इसके अतिरिक्त, आईडीएफ ने दक्षिणी लेबनान में चिहिने में हिजबुल्लाह परिसर और आयता राख-शब में एक अन्य साइट को निशाना बनाया। इज़राइल और हिजबुल्लाह के बीच झड़पों में दोनों पक्षों के लोग हताहत हुए हैं, जिसमें सात नागरिकों और 10 आईडीएफ सैनिकों की इज़राइल में जान चली गई। हिजबुल्लाह का दावा है कि हाल की हिंसा के दौरान इजराइल ने उसके 229 सदस्यों को मार डाला, जिनमें से ज्यादातर लेबनान में और कुछ सीरिया में थे। 8 अक्टूबर के बाद से इस संघर्ष ने अन्य समूहों के कार्यकर्ताओं, एक लेबनानी सैनिक और कई नागरिकों को भी नुकसान पहुंचाया है। क्षेत्र में शत्रुता जारी रहने के कारण स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।