आईपीएल 2024 की विजेता टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) इस बार टूर्नामेंट में अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रही और आईपीएल 2025 के प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई। फैंस को जहां उम्मीद थी कि टीम एक बार फिर दमदार वापसी करेगी, वहीं मैदान पर इसका ठीक उल्टा हुआ। इस निराशाजनक प्रदर्शन के पीछे कई कारण रहे, जिनमें सबसे बड़ा कारण प्रमुख खिलाड़ियों का औसत प्रदर्शन और टीम संयोजन में अनिश्चितता रहा।
वेंकटेश अय्यर पर 23.75 करोड़ खर्च, मिला क्या?
KKR ने इस सीजन की नीलामी में ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर पर 23.75 करोड़ रुपये की बड़ी रकम खर्च की थी। फ्रैंचाइज़ी को उम्मीद थी कि वेंकटेश बल्ले और गेंद दोनों से टीम को मजबूती देंगे, लेकिन सीजन की शुरुआत से ही उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
वेंकटेश की इस असंगत फॉर्म ने KKR के संतुलन को बिगाड़ा, जिससे टीम का बल्लेबाजी क्रम लगातार संघर्ष करता रहा।
आकाश चोपड़ा का बड़ा बयान: ‘संकेत है कि वेंकी को रिलीज किया जाएगा’
भारत के पूर्व क्रिकेटर और विश्लेषक आकाश चोपड़ा ने वेंकटेश अय्यर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि KKR द्वारा आखिरी लीग मैच में वेंकटेश को बाहर करना एक संकेत हो सकता है कि टीम उन्हें अगले सीजन में रिलीज करने की तैयारी कर रही है।
उन्होंने कहा:
“आपने वेंकी को नहीं खिलाया, जबकि आपने मनीष पांडे, अंगकृष रघुवंशी, रमनदीप सिंह और रिंकू सिंह जैसे खिलाड़ियों को मौका दिया। इससे ये संकेत मिलते हैं कि KKR वेंकटेश को रिलीज कर 23 करोड़ रुपये फ्री करना चाहती है और शायद अगले साल उन्हें सस्ते दाम पर वापस खरीदने की कोशिश करे।”
यह एक बड़ा रणनीतिक बदलाव हो सकता है, जिससे टीम को अगले सीजन में अधिक पर्स मनी और नए विकल्पों के लिए जगह मिल सके।
टीम के प्रदर्शन में रही गिरावट
KKR के लिए इस सीजन में कई मोर्चों पर चूक हुई:
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आंद्रे रसेल की अनिरंतर बल्लेबाजी और फिटनेस मुद्दे
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रिंकू सिंह जैसे पिछले सीजन के हीरो इस बार उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए
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कप्तान अजिंक्य रहाणे के निर्णय और टीम चयन भी आलोचना के घेरे में रहे
कप्तान रहाणे ने भी इस बात को माना कि टीम के मुख्य बल्लेबाजों के फ्लॉप होने से प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होना पड़ा। उन्होंने कहा:
“रिंकू सिंह और रसेल जैसे खिलाड़ी जब नहीं चल पाते तो टीम की रीढ़ टूट जाती है।”
टीम संयोजन में रहा असंतुलन
सीजन भर KKR ने प्लेयिंग इलेवन में बदलाव किए, जिससे कोई भी खिलाड़ी स्थिर प्रदर्शन नहीं कर सका। कभी वेंकटेश ओपनिंग करते नजर आए, तो कभी मिडल ऑर्डर में। गेंदबाजी यूनिट भी वरुण चक्रवर्ती और सुनील नरेन के अलावा असंतुलित रही।
ऐसा लगता है कि टीम ने न तो अपने प्रमुख खिलाड़ियों की भूमिका को सही तरीके से परिभाषित किया और न ही उन्हें आवश्यक समर्थन दिया।
क्या है आगे की रणनीति?
इस सीजन के प्रदर्शन को देखते हुए KKR को अगले साल के लिए कुछ कड़े फैसले लेने होंगे:
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वेंकटेश अय्यर को रिलीज करने का संकेत यदि सही है, तो टीम को एक नए ऑलराउंडर विकल्प की तलाश करनी होगी
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टीम को मिडल ऑर्डर को फिर से मजबूत करने और युवा खिलाड़ियों पर विश्वास जताने की जरूरत है
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कोचिंग और रणनीति स्तर पर भी बदलाव संभव हैं, खासकर जब पिछले साल की विजेता टीम इस बार टॉप-4 में भी नहीं पहुंची
निष्कर्ष: सुधार की जरूरत नहीं, मजबूरी है
आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में सिर्फ नाम और पिछला रिकॉर्ड काम नहीं आता, हर सीजन एक नई चुनौती होता है। KKR ने 2024 में जिस शानदार प्रदर्शन से ट्रॉफी जीती थी, 2025 में वही टीम बिना आत्मविश्वास और स्पष्ट रणनीति के दिखी।
वेंकटेश अय्यर जैसे बड़े निवेश अगर नाकाम होते हैं, तो सिर्फ सीजन ही नहीं, टीम की दीर्घकालीन योजना भी प्रभावित होती है। अब देखना होगा कि KKR अगले साल के लिए क्या बदलाव लाती है – क्या वेंकी को फिर से खरीदा जाएगा या किसी नए सितारे को मौका मिलेगा?
फिलहाल, फैंस को 2026 की तैयारी के लिए थोड़े धैर्य और टीम प्रबंधन से उम्मीद करनी होगी कि वो अपनी गलतियों से सबक ले।