मुंबई, 20 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मुंबई में इंडियन नेवी को गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर वाला तीसरा स्टील्थ युद्धपोत इंफाल सौंप दिया गया। रक्षा मंत्रालय के मुंबई स्थित शिपयार्ड मझगांव डॉकशिप बिल्डर्स लिमिटेड (MDL) ने इंफाल को बनाया है। इसके निर्माण में स्वदेशी स्टील DMR 249A का इस्तेमाल किया गया है। इंफाल भारत में बने सबसे बड़े डिस्ट्रॉयर शिप्स में से एक है। इसकी लंबाई 164 मीटर और विस्थापन क्षमता 7500 टन से ज्यादा है। INS इंफाल भारत में बना शक्तिशाली वॉरशिप है। ये जहाज सरफेस टू सरफेस सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल और मीडियम रेंज सतह से हवा में मार करने वाली 'बराक-8' मिसाइल से लैस है। इसमें पानी के अंदर युद्ध करने के लिए स्वदेशी रूप से विकसित एंटी-सबमरीन वेपन और सेंसर, सोनार हमसा एनजी, हेवीवेट टॉरपीडो ट्यूब लॉन्चर और रॉकेट लॉन्चर लगाया गया है।
एमडीएल ने बताया, INS इंफाल में दुश्मन की पनडुब्बियों, सतही युद्धपोतों, जहाज-रोधी मिसाइलों और लड़ाकू विमानों के खिलाफ चौतरफा क्षमता इसे स्वतंत्र रूप से संचालित करने में सक्षम बनाएगी। एमडीएल के मुताबिक, INS इंफाल महिला अधिकारियों और नाविकों के लिए आवास के साथ चालू होने वाला पहला नौसैनिक युद्धपोत है। इसे एग्रीमेंट के समय से चार महीने पहले भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया। इस जहाज ने तीन CST (कॉन्ट्रैक्टर्स सी ट्रायल) में सभी समुद्री परीक्षण पूरे कर लिए हैं, जिसमें पहले सीएसटी में प्रमुख हथियारों की फायरिंग भी शामिल है। एमडीएल ने कहा कि जहाज 312 लोगों के चालक दल को रखा जा सकता है। इसकी 4000 नॉटिकल मील (7408 किमी) जाने की क्षमता है। इंफाल 30 नॉटिकल मील (करीब 55 किमी प्रति घंटे) से ज्यादा की स्पीड से चल सकता है।