दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन की चर्चाओं के बीच पंजाब में कांग्रेस नेताओं की बड़ी बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस के पंजाबी प्रभारी देवेंद्र यादव ने की, जिसमें कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को छोड़कर सभी प्रमुख नेता शामिल हुए।
देवेन्द्र यादव का बड़ा बयान
देवेन्द्र यादव ने कहा कि मैं नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात करूंगा. मैं साफ कर दूं कि तीन दिवसीय बैठक में गठबंधन पर भी चर्चा होगी. जब कुछ नेताओं ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का विरोध किया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है और हर कोई अपने विचार रख सकता है लेकिन वे फैसला लेने वाले केंद्रीय नेतृत्व के साथ हैं.
पंजाब पर चर्चा
इस बीच आम आदमी पार्टी के सूत्रों का कहना है कि बैठक में पंजाब पर चर्चा तो हुई लेकिन सिर्फ इतना कि हम मिलकर करेंगे. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि पंजाब (सूत्रों) पर दोनों पार्टियां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की राज्य इकाई एक साथ चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं हैं, इसलिए कल की बैठक में पंजाब पर बहुत कम चर्चा हुई।
शिरोमणि अकाली दल की रणनीति
आपको बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब की राजनीति की बिसात तैयार हो रही है. यही वजह है कि शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के बीच राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. कुछ दिन पहले पंजाब की शिरोमणि अकाली दल की कोर कमेटी की बैठक हुई थी, जिसमें अलग-अलग लोगों को अलग-अलग काम सौंपे गए थे. सूत्रों की मानें तो शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल से किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने को कहा गया है. मालूम हो कि शिरोमणि अकाली दल फिलहाल बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन में है. सुखबीर बादल आने वाले दिनों में बीजेपी के साथ गठबंधन की बातचीत शुरू कर सकते हैं.