भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिससे ऋणदाताओं और ग्राहकों दोनों को फायदा होगा। इस फैसले से खासकर छोटे कर्ज लेने वालों को राहत मिलेगी। S&P Global Ratings की एक रिपोर्ट के अनुसार, अब लेंडर्स को गोल्ड-समर्थित उपभोक्ता ऋण (Consumer Loans) में ज्यादा लचीलापन मिलेगा और वे कम अवधि के कर्ज देने के लिए स्वतंत्र होंगे।
क्या है RBI का नया गोल्ड लोन नियम?
RBI ने यह स्पष्ट किया है कि गोल्ड लोन के लिए लोन टू वैल्यू (LTV) रेशियो को दो श्रेणियों में बांटा गया है:
इन बदलावों को 1 अप्रैल 2026 तक सभी लोन देने वाली कंपनियों द्वारा लागू करना अनिवार्य होगा। इसका उद्देश्य लोन देने की प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी और सुरक्षित बनाना है।
10 ग्राम सोने पर कितना गोल्ड लोन मिल सकता है?
यदि आप 10 ग्राम सोना गिरवी रखकर लोन लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले उस सोने की शुद्धता की जांच की जाती है। आमतौर पर 22 कैरेट के सोने के आभूषण को आधार माना जाता है।
मान लीजिए, आज 22 कैरेट सोने की कीमत 9000 रुपये प्रति ग्राम है, तो 10 ग्राम की कीमत 90,000 रुपये होगी।
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अगर आप 5 लाख से अधिक लोन ले रहे हैं, तो 75% LTV रेशियो के तहत आपको अधिकतम 67,500 रुपये तक का लोन मिल सकता है।
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अगर आप 5 लाख से कम लोन लेना चाहते हैं, तो 80% LTV रेशियो के तहत अधिकतम 72,000 रुपये तक का लोन संभव है।
यह राशि उस दिन के मार्केट प्राइस और लोन देने वाली संस्था की नीति पर भी निर्भर करती है।
कहां से लें गोल्ड लोन: बैंक या NBFC?
गोल्ड लोन के लिए आप दो विकल्पों में से चुन सकते हैं:
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बैंक
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NBFC (नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी)
इसलिए, यदि आपको जल्दी लोन चाहिए तो NBFC बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन यदि आप कम ब्याज पर लोन चाहते हैं तो बैंक को प्राथमिकता दें।
क्या गोल्ड लोन लेना फायदेमंद है?
गोल्ड लोन उन लोगों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है जिन्हें कम समय में पैसा चाहिए और जिनके पास सोने के आभूषण मौजूद हैं। अन्य लोन जैसे पर्सनल लोन, प्रॉपर्टी लोन या कॉर्पोरेट लोन की तुलना में गोल्ड लोन:
हालांकि, यह जरूर देखना चाहिए कि ब्याज दर और प्रोसेसिंग फीस क्या है, ताकि लोन बाद में बोझ न बन जाए।
निष्कर्ष:
RBI के नए नियम से गोल्ड लोन लेने की प्रक्रिया और भी पारदर्शी और सुरक्षित हो गई है। छोटे कर्जदारों के लिए यह एक राहत भरी खबर है क्योंकि वे अपने पास उपलब्ध सोने को गिरवी रखकर अपनी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। बैंक और NBFC में से सही विकल्प चुनना और ब्याज दर पर नजर रखना जरूरी है ताकि आप आर्थिक जरूरतों को बिना किसी तनाव के पूरा कर स