प्रयागराज न्यूज डेस्क: महाकुंभ 2025 के दौरान आयोजित योगी कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक के बाद प्रदेश के विकास के लिए एक विस्तृत रोडमैप प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि प्रयागराज और उसके आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाएंगी। इन योजनाओं के तहत गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार किया जाएगा, जो प्रयागराज से मिर्जापुर, भदोही, काशी, चंदौली और गाजीपुर तक जाएगा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। इसके साथ ही, तीन नए मेडिकल कॉलेज भी खोले जाएंगे।
सीएम योगी ने महाकुंभ में अधिकारियों से कहा कि प्रयागराज के समावेशी विकास के लिए विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि पीएम मोदी के विजन के आधार पर प्रयागराज का विकास होगा, जिसमें चित्रकूट को भी विकास क्षेत्र में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, लखनऊ और आसपास के जनपदों को मिलाकर एक 'स्टेट कैपिटल रीजन' के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें गंगा एक्सप्रेसवे के विस्तार को अहम हिस्सा बनाया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे काशी, चंदौली और गाजीपुर से होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान बताया कि प्रयागराज और वाराणसी में बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है। इसके अंतर्गत, वाराणसी और चंदौली में सोनभद्र को जोड़ने वाले एक्सप्रेसवे की योजना भी है। साथ ही, प्रयागराज और चित्रकूट के विकास को लेकर एक साझा विकास क्षेत्र बनाने की भी बात की गई। इसके अलावा, प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना पर भी सहमति बनी है, जैसे कि बलरामपुर में अटल बिहारी वाजपेयी अस्पताल को मेडिकल कॉलेज में बदलने का प्रस्ताव पास हुआ।
बैठक में युवाओं के लिए स्मार्ट फोन और टेबलेट उपलब्ध कराने की योजना पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में परिवहन व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से सहायता प्राप्त करने का निर्णय लिया है। विशेष रूप से, प्रयागराज में यातायात व्यवस्था को सुलभ बनाने के लिए नया फोर-लेन ब्रिज बनाए जाने की मंजूरी दी गई है।
सीएम योगी ने यह भी कहा कि यूपी सरकार के सभी 54 मंत्रियों को महाकुंभ में बुलाया गया था और उनके साथ पवित्र डुबकी भी लगाई गई। कैबिनेट मीटिंग के बाद यह निर्णय लिया गया कि मंत्रीगण अरैल क्षेत्र में बैठक करेंगे ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। पहले यह बैठक मेला प्राधिकरण में आयोजित करने की योजना थी, लेकिन वीआईपी मूवमेंट के कारण श्रद्धालुओं के लिए यह समस्या पैदा कर सकता था, इसलिए अरैल में बैठक आयोजित की गई।
यूपी सरकार द्वारा महाकुंभ के दौरान लिए गए ये फैसले प्रदेश के विकास को गति देंगे और लोगों को बेहतर बुनियादी ढांचा, चिकित्सा सेवाएं और परिवहन सुविधाएं प्रदान करेंगे। इन योजनाओं का उद्देश्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ना और एक समग्र विकास की दिशा में आगे बढ़ना है।