प्रयागराज न्यूज डेस्क: महाकुंभ के लिए बनाए जा रहे सेंट्रल हॉस्पिटल में अद्वितीय सुविधाएँ होंगी। यह 100 बेड का अस्पताल जर्मन हैंगर मॉडल पर आधारित होगा, जो आग, आंधी और पानी जैसी प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने में सक्षम होगा।
इस अस्पताल की विशेषताएँ:
- 100 बेड की क्षमता
- जर्मन हैंगर मॉडल पर निर्माण
- प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने में सक्षम
- सुंदर और आधुनिक डिज़ाइन
- मेला प्राधिकरण की जल्द अनुमति की उम्मीद
यह अस्पताल महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करेगा।
महाकुंभ 2025 में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए नवीन तकनीक और उच्च मानकों का पालन किया जाएगा।
जर्मन हैंगर:
- एल्यूमीनियम से बना टेंट
- बड़े आयोजनों में इसका इस्तेमाल
- पिछले कुंभ में पफ ढांचे का इस्तेमाल हुआ था
स्वास्थ्य सुविधाएँ:
- सेंट्रल हॉस्पिटल, सब सेंटर और प्राथमिक उपचार केंद्र भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानक (आईपीएचएस) पर आधारित होंगे
- अस्पताल की ओपीडी, ओटी और आईपीडी में उच्च गुणवत्ता का ध्यान रखा जाएगा
महाकुंभ में स्वास्थ्य सेवाओं को विशेष महत्व दिया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान की जा सकें।
महाकुंभ के सेंट्रल हॉस्पिटल में मरीजों की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। अस्पताल की शुरुआत में ही ओपीडी का पूरा ब्लॉक तैयार होगा, जिससे मरीजों को अनावश्यक भटकना नहीं पड़ेगा। इसके अलावा, माइनर ऑपरेशन थिएटर (ओटी) को पूरी तरह से संक्रमण रहित बनाया जाएगा, जिसमें मरीज, डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए अलग से कपड़ा बदलने का कमरा होगा। इससे स्वास्थ्यकर्मियों और मरीजों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। इस व्यवस्था से अस्पताल में स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण में सुधार होगा।
यह जानकारी महाकुंभ 2025 के स्वास्थ्य प्रबंधन की व्यवस्थाओं को दर्शाती है। बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए अलग कमरा होगा, जिसमें दो दरवाजे होंगे ताकि कूड़ा बाहर से ही हटाया जा सके। अस्पतालों में वाहन पाथवे भी बनाए जाएंगे। सब सेंटर हॉस्पिटल की गुणवत्ता पर भी ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए सरकार ने 125 करोड़ रुपये का बजट जारी किया है। अधिक जानकारी के लिए आप ऑनलाइन खोज कर सकते हैं।
महाकुंभ 2025 के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार:
- झूंसी और अरैल में 25-25 बेड के दो नए सब सेंटर अस्पताल बनाए जाएंगे।
- सब सेंटर अस्पतालों की कुल संख्या 12 हो जाएगी।
- 10 प्राथमिक उपचार केंद्र बनाए जाएंगे, प्रत्येक में 1 बेड।
- सेंट्रल हॉस्पिटल को जर्मन हैंगर विधि से तैयार करने पर विचार-विमर्श चल रहा है।
- जर्मन हैंगर विधि सुरक्षित और मजबूत है, बड़े आयोजनों में इसका उपयोग होता है.
यह व्यवस्था महाकुंभ में श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने में मदद करेगी।