प्रयागराज न्यूज डेस्क: गंगा एक्सप्रेसवे पर कुंभ मेले से पहले मेरठ से प्रयागराज के बीच फर्राटेदार यात्रा की सुविधा मिलने वाली है। इस प्रोजेक्ट पर कार्य तेजी से प्रगति कर रहा है। मेरठ और पश्चिम यूपी के अन्य छह जिलों में 60 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा हो चुका है, जबकि 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का 57 प्रतिशत से अधिक काम हो चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2021 में मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था। इसके बाद, उपलब्ध भूमि पर यूपीडा ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया। वेस्ट यूपी के छह जिलों - मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल और बदायूं - में गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए मैसर्स मेरठ-बदायूं एक्सप्रेसवे लिमिटेड कंपनी बनाई गई। इन जिलों में 60 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है। योजना है कि कुंभ मेले के समय तक गंगा एक्सप्रेसवे का कार्य निर्धारित समय से पहले पूरा कर लिया जाएगा, जिससे अगले छह महीनों में मेरठ से प्रयागराज तक की यात्रा को तेज़ और सुविधाजनक बनाया जा सकेगा।
आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, और बदायूं जिलों में तेजी से प्रगति कर रहे हैं। इन छह जिलों में 129.700 किलोमीटर लंबाई में निर्माण कार्य जारी है। मेरठ के बिजौली से बदायूं के नगलाबरह गांव तक यह काम एक ही कंपनी द्वारा संचालित हो रहा है। यूपीडा मुख्यालय से मिली रिपोर्ट के अनुसार, 594 किलोमीटर लंबे मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे का 57 प्रतिशत हिस्सा पूरा हो चुका है।