प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज और आसपास के इलाकों में हाल ही में हुई बारिश ने ठंड और गलन को बढ़ा दिया है। तापमान में भारी गिरावट के कारण लोगों को शिमला और मनाली जैसी ठंड का एहसास हो रहा है। दिसंबर के आखिरी सप्ताह में हुई बारिश के बाद से उत्तर भारत में सर्द हवाओं का असर तेज हो गया है। महाकुंभ मेला क्षेत्र में ठिठुरन ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर जिलों में दिनभर कोहरा और धुंध छाए रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. प्रवीण चरण ने बताया कि बारिश के बाद क्षेत्र का मौसम बर्फीले इलाकों जैसा हो गया है। गलन के चलते तापमान में और गिरावट आने की संभावना जताई गई है।
गुरुवार सुबह प्रयागराज का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 16 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। उत्तर भारत से आ रही तेज सर्द हवाएं, जिनकी रफ्तार लगभग 6 किलोमीटर प्रति घंटे है, ठंड को और बढ़ा रही हैं। इन हवाओं में 95% तक आद्रता है, जो गलन के अहसास को और तीव्र बना रही है।
महाकुंभ मेला क्षेत्र में सर्दी का असर और भी ज्यादा महसूस हो रहा है। खुले मैदानों में मेले के चलते ठंडी हवाओं की रफ्तार तेज हो जाती है। वहीं, आबादी वाले क्षेत्रों में ठंड का असर थोड़ा कम महसूस होता है। मेला क्षेत्र में खुले स्थानों पर ठिठुरन ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है। प्रयागराज और आसपास के जिलों में लोग ठंड से बचने के लिए अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं। सर्द मौसम के कारण बाजारों और सड़कों पर भीड़ कम नजर आ रही है।