प्रयागराज न्यूज डेस्क: सुनने में यह घटना बेहद अजीब लगती है, लेकिन यह सच है। प्रयागराज में एक प्रतियोगी छात्र ने अपने जीवन और परिवार के लिए खतरनाक कदम उठा लिया। अमेठी का यह 18 वर्षीय युवक मानसिक स्थिति के कारण खुद को लड़की बनाना चाहता था और इसी भावना में उसने अपने प्राइवेट पार्ट को काट लिया।
छात्र को गंभीर हालत में पहले एक निजी अस्पताल ले जाया गया और फिर स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। छात्र का कहना है कि पढ़ाई में मन नहीं लगता और बचपन से ही उसे लगा कि वह लड़की होना चाहिए। जब वह 14 साल का था, तब लड़कियों के डांस को देखकर उसके मन में यह भावना उत्पन्न हुई।
छात्र ने इंटरनेट पर सर्च करके खुद को बदलने के तरीके खोजे और कटरा मुहल्ले के एक डाक्टर से सलाह लेकर एनेस्थीसिया इंजेक्शन, ब्लेड और अन्य उपकरणों की मदद से यह खतरनाक कदम उठाया। इसके बाद उसे सर्जरी विभाग में भर्ती किया गया है।
मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश पासवान ने बताया कि यह मामला जेंडर आइडेंटिटी डिसऑर्डर का उदाहरण है। इस तरह की मानसिक स्थिति में व्यक्ति को अपने शरीर से नफरत होने लगती है। विशेषज्ञ का सुझाव है कि ऐसी समस्या होने पर तुरंत मानसिक रोग चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।