मुंबई, 25 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। वन नेशन-वन इलेक्शन अभियान के तहत जयपुर आए भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने कहा, देश में एक साथ चुनाव होने से राजनीति में युवाओं को ज्यादा मौके मिलेंगे। अभी कोई लोकसभा चुनाव में जीत जाता है तो अपने बेटे को विधानसभा चुनाव लड़ा देता है। अगर खुद लोकसभा चुनाव हार गया तो फिर से विधानसभा चुनाव लड़ लेता है। एक फायदा व्यापारी वर्ग को भी होगा। उन्हें पांच साल में एक बार ही चंदा देना पड़ेगा। सुनील बंसल मंगलवार को पंचायतीराज संस्थान में 'एक राष्ट्र एक चुनाव अभियान' को लेकर युवा, छात्र और नव मतदाता संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, अगर एक बार चुनाव होगा तो कम से कम इन बातों से तो मुक्ति मिलेगी और नए लोगों को अवसर ज्यादा मिलेंगे।
सुनील बंसल ने कहा कि व्यवस्था में बदलाव का विरोध हमेशा होता है। विरोध करने वाले लोग वही होते हैं, जिन्हें उस व्यवस्था से लाभ हो रहा होता है। कांग्रेस एक परिवारवादी पार्टी है। इन्हें लगता है कि इनके सारे नेता तो इसी तरह के है। इसलिए यह इनके लिए सबसे बड़ा खतरा होगा। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा, वन नेशन-वन इलेक्शन लागू होने के बाद एक फायदा व्यापारी वर्ग को भी होगा। उन्हें पांच साल में एक बार ही चंदा देना पड़ेगा। अभी उन्हें पांच साल में पांच बार चंदा देना पड़ता है। हर चुनाव में सहयोग करना पड़ता है। उनके पास चुनाव लड़ने वाले भी जाते हैं, लोग भी जाते हैं। वन नेशन वन इलेक्शन के बाद हर बार चंदा देने का झंझट भी खत्म हो जाएगा। सुनील बंसल ने आगे कहा कि आज देश चुनावी मोड में रहता है। इससे सरकारों की विकास की गति धीमी पड़ जाती है। वहीं बार-बार चुनाव होने पर देश पर आर्थिक भार भी अधिक पड़ रहा है। उन्होंने पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों के आकड़े देते हुए कहा- इस बार लोकसभा चुनाव पर एक लाख 35 हजार करोड़ का खर्चा आया है। यानि एक वोट डलवाने पर चुनाव आयोग के 1400 रुपए खर्च हुए हैं। वहीं, पोलिंग पार्टी, सुरक्षा और अन्य कामों में करीब 1 करोड़ कर्मचारियों की ड्यूटी लगी थी।