यमुना एक्सप्रेसवे पर बृहस्पतिवार देर रात एक बड़ा हादसा टल गया। लुधियाना से आगरा जा रही एक प्राइवेट बस में अचानक आग लग गई, जिससे कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि आग बस की छत पर रखे सामान में लगी, जिसमें पटाखे रखे होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, चालक की सूझबूझ और तत्परता से सभी 50 यात्रियों की जान बच गई। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
दनकौर क्षेत्र में हुई घटना
यह पूरी घटना ग्रेटर नोएडा के दनकौर कोतवाली क्षेत्र की है। पुलिस के अनुसार, यह बस पंजाब के लुधियाना से आगरा की ओर जा रही थी। बस में सवार यात्रियों के अनुसार, जब वाहन यमुना एक्सप्रेसवे से होकर गुजर रहा था, तभी छत से अचानक धुआं और आग की लपटें उठने लगीं। देखते ही देखते बस की छत पर रखे बैग और अन्य सामान आग की चपेट में आ गए। चालक ने स्थिति को समझते हुए बिना देर किए बस को एक्सप्रेसवे किनारे रोक दिया और सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। हादसे के वक्त कई यात्रियों ने तुरंत आपातकालीन दरवाजे और खिड़कियों से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई।
पुलिस और फायर ब्रिगेड ने पाया काबू
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया, हालांकि तब तक बस की छत पर रखा अधिकांश सामान जलकर राख हो चुका था। मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में पूरी छत जलने लगी। फायर ऑफिसर ने बताया कि बस में रखे पटाखों से आग भड़कने की आशंका है। वहीं, आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि बस की छत पर कुछ डिब्बे रखे थे, जिनसे तेज धमाके जैसी आवाजें आ रही थीं।
जांच में पटाखों की भूमिका संदिग्ध
दनकौर कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला पटाखों से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कहा, “हम यह जांच रहे हैं कि आखिर बस की छत पर पटाखे रखे किसने और क्यों थे। फिलहाल किसी यात्री को चोट नहीं आई है, लेकिन यह घटना एक गंभीर लापरवाही का उदाहरण है।” पुलिस ने बस को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है और बस मालिक से पूछताछ की जा रही है। जांच अधिकारी ने कहा कि अगर यह पाया गया कि पटाखे बिना अनुमति के ले जाए जा रहे थे, तो संबंधित लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
यात्रियों ने चालक की सूझबूझ की तारीफ की
घटना के बाद यात्रियों ने बस चालक की तत्परता की सराहना की। कई यात्रियों का कहना है कि अगर चालक समय रहते बस नहीं रोकता तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। एक महिला यात्री ने बताया, “हम सब डर के मारे बस से कूद गए थे। आग बहुत तेजी से फैल रही थी, लेकिन भगवान का शुक्र है कि सब सुरक्षित हैं।”
सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर बस सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अक्सर त्योहारी सीजन में प्राइवेट बसों में पटाखे, कपड़े या अन्य ज्वलनशील सामान बिना जांच के लादे जाते हैं, जिससे यात्रियों की जान पर खतरा मंडराता है।