15 सितंबर, इतिहास में एक ऐसा दिन है जिसमें तरह‑तरह की राजनीतिक, सामाजिक, वैज्ञानिक और साहित्यिक घटनाएँ हुईं। ये घटनाएँ देशों और लोगों की दिशा तय करती हैं। आइए जानते हैं इस दिन की कुछ प्रमुख बातें:
🇮🇳 भारत के लिए खास दिन
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इंजीनियर्स डे: भारत में हर वर्ष 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे के रूप में मनाया जाता है। यह दिन महान अभियन्ता सर मोक्शगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती पर मनाया जाता है, जिनका जन्म 15 सितंबर 1861 को हुआ था।
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INS Delhi की मुंबई में आगमन: 1948 में आज ही के दिन इंडिपेंडेंट इंडिया की पहली प्रमुख युद्धपोत INS Delhi (जिसे “फ्लैगशिप” कहा गया) ने मुंबई बंदरगाह पहुंच कर भारतीय नौसेना के लिए एक मील का पत्थर स्थापित किया।
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Doordarshan की शुरुआत: भारत में सार्वजनिक प्रसारक सेवा “दूरदर्शन” की शुरुआत 1959 में इसी दिन दिल्ली से हुई थी।
🌍 विश्व स्तर की घटनाएँ
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मध्य अमेरिकी देशों की स्वतंत्रता: 1821 में आज ही के दिन कोस्टा रिका, एल साल्वाडोर, ग्वाटेमाला, होंडुरस और निकारागुआ ने स्पेन से स्वतंत्रता की घोषणा की थी। 1940 को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन ने Luftwaffe (जर्मन वायु सेना) द्वारा एक बड़े हमले को सफलतापूर्वक टाल दिया, जिससे युद्ध का रुख बदला गया
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न्यूर्नबर्ग कानून लागू: 1935 में जर्मनी में यह कानूनगू किया गया, जिसमें यह तय हुआ कि यहूदी नागरिकों से जर्मन नागरिकता छीनी जाएगी और यहूदी‑गैर‑यहूदी विवाह पर रोक लगाई जाएगी। ये कानून बाद में होने वाले होलोकॉस्ट की नींव में शामिल रहे।
अन्य रोचक इतिहास
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टैंकों का पहली बार उपयोग: प्रथम विश्व युद्ध में Battle of the Somme (1916) में ब्रिटिश सेना ने पहली बार युद्ध में टैंकों का उपयोग किया था।
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लीहमन ब्रदर्स का दिवालियापन: 2008 में आज ही के दिन अमेरिकी बैंकिंग संस्थान Lehman Brothers ने chapter 11 के तहत दिवालियापन की सुनवाई दाखिल की, जो कि ग्रेटर आर्थिक मंदी की एक बड़ी शुरूवात बनी।
👥 जन्म और व्यक्तित्व
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अगाथा क्रिस्टी: प्रसिद्ध ब्रिटिश रहस्य लेखिका का जन्म 15 सितंबर 1890 को हुआ था। उनकी किताबें आज भी विश्व भर में पढ़ी जाती हैं।
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विलियम हावर्ड टैफ्ट: अमेरिका के 27वें राष्ट्रपति और बाद में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रहे टैफ्ट का जन्म इसी दिन (1857) हुआ था।
निष्कर्ष
15 सितंबर एक ऐसा दिन है जिसमें आजादी, ज़ुर्म, आशा, वैज्ञानिक प्रगति और साहित्यिक समृद्धि सभी विषय जुड़े हुए हैं। स्वतंत्रता की घोषणाएँ, सामाजिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष, तकनीकी आविष्कार और महान व्यक्तियों का जन्म—इन सबने इस दिन को इतिहास में एक खास स्थान दिया है।
हर वर्ष जब यह दिन आता है, तो हमें यह याद दिलाता है कि इतिहास सिर्फ बीते कल की कहानी नहीं बल्कि भविष्य की नींव भी है। ऐसे दिन हमें प्रेरणा मिलती है—लब्ररी से लेकर युद्धक्षेत्र से लेकर साहित्य के पन्नों तक—कि हम सीखें, सुधारें और आगे बढ़ें।
अगर आप चाहें, तो मैं 15 सितंबर की सिर्फ किसी क्षेत्र (भारत, विज्ञान, राजनीति) के इतिहास पर भी लिख सकता हूँ—क्या आप चाहेंगे?