मुंबई, 04 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ब्रिटेन में आज आम चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। कंजर्वेटिव पार्टी से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ऋषि सुनक और लेबर पार्टी के कैंडिडेट कीर स्टार्मर गुरुवार सुबह अपनी पत्नियों के साथ पोलिंग स्टेशन पहुंचे। सुनक और अक्षता मूर्ति ने यॉर्कशायर में वोट डाला। वहीं स्टार्मर ने पत्नी विक्टोरिया के साथ नॉर्थ लंदन के केंटिश टाउन में मतदान किया। ब्रिटेन में इस बार तय शेड्यूल से 6 महीने पहले चुनाव हो रहे हैं। 22 मई को PM सुनक ने इसकी घोषणा की थी। अगले 5 साल तक ब्रिटेन का भविष्य तय करने के लिए आज 5 करोड़ वोटर्स सांसदों का चुनाव कर रहे हैं। वोटिंग रात 10 बजे (भारतीय समयानुसार रात 2:30 बजे) खत्म होगी। ब्रिटेन में बैलट पेपर के जरिए मतदान होता है। इन चुनावों में न केवल वहां के नागरिक बल्कि UK में रहने वाले कॉमनवेल्थ देशों के नागरिक जैसे भारतीय, पाकिस्तानी, ऑस्ट्रेलियाई भी मतदान कर सकते हैं। साथ ही, BBC के मुताबिक, ब्रिटेन में वोटिंग के बीच पोलिंग बूथों के बाहर पालतू कुत्तों की भीड़ नजर आई। दरअसल, वोट करने आए लोग अपने साथ पालतू जानवर भी लाए थे। हालांकि, इन्हें पोलिंग स्टेशन के अंदर ले जाने की इजाजत नहीं थी। लिहाजा मतदाताओं ने इन कुत्तों को पोलिंग स्टेशन्स के बाहर बांध दिया।
तो वहीं, वोटिंग खत्म होने के ठीक बाद अलग-अलग मीडिया हाउस एग्जिट पोल देना शुरू कर देंगे। देश में रातभर पोलिंग स्टेशन्स पर वोटों की गिनती होगी। इसके बाद 5 जुलाई के तड़के यह साफ हो जाएगा कि चुनाव में कौन-सी पार्टी ने जीत दर्ज की। 14 साल से ब्रिटेन पर राज कर रही सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी इस बार के चुनाव में हारती नजर आ रही है। इलेक्शन से पहले हुए अलग-अलग सर्वे में विपक्ष की लेबर पार्टी को बहुमत मिलता दिखाया गया है। 2019 में 67.3% वोटिंग हुई थी। तब सुनक की कंजरवेटिव पार्टी को 365, कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी को 202 और लिबरल डेमोक्रेट्स को 11 सीटें मिलीं थी। इस बार लगभग सभी सर्वे में कंजरवेटिव पार्टी की करारी हार की आशंका जताई है। यूगोव के सर्वे के मुताबिक लेबर पार्टी को 425, कंजरवेटिव को 108, लिबरल डेमोक्रेट को 67, SNP को 20 सीटें मिल सकती हैं। दरअसल, अपने डेढ़ साल के कार्यकाल में सुनक इकोनॉमी को पटरी पर लाने में नाकाम रहे हैं। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में अमीरों और गरीबों के बीच का फासला लगातार बढ़ता जा रहा है। इसकी वजह से लोगों के जीवन जीने के स्तर में गिरावट आई है। 6.70 करोड़ की आबादी वाले ब्रिटेन में प्रति व्यक्ति आय 38.5 लाख रुपए है। यहां महंगाई दर 2% है तो वहीं खाद्य महंगाई दर 1.7% है। ब्रिटेन के 70 साल के इतिहास में टैक्स दरें सबसे ज्यादा हैं। सरकार के पास जनता पर खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं। इसकी वजह से पब्लिक सर्विस सिस्टम ठप होता जा रहा है।