मुंबई, 12 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिकी राज्य मैसाचुसेट्स में सूअर की किडनी वाले 62 साल के रिचर्ड रिक स्लेमैन की मौत हो गई। रिचर्ड को मार्च में जेनेटिकली मॉडिफाइड सूअर की किडनी लगाई गई थी। डॉक्टरों ने कहा था कि यह किडनी कम से कम 2 सालों तक रिचर्ड के शरीर में ठीक से काम कर सकती है। जिस अस्पताल में ट्रांसप्लांट किया गया था, उसने बताया कि रिचर्ड की मौत की वजह सूअर की किडनी नहीं थी। ट्रांसप्लांट करने वाली टीम ने रिचर्ड की मौत पर दुख जताया है। रिचर्ड ऐसे पहले शख्स थे, जिनके शरीर में सूअर की किडनी ट्रांसप्लांट की गई थी। इससे पहले सूअर की किडनी को सिर्फ ब्रेन-डेड व्यक्ति के शिरीर में ट्रांसप्लांट किया गया था।
आपको बता दें, वहीं 2 व्यक्तियों को सूअर का दिल भी लगाया जा चुका है। हालांकि, सर्जरी के कुछ महीनों बाद ही उनकी मौत हो गई थी। रिचर्ड का पहला किडनी ट्रांसप्लांट साल 2018 में हुआ था। हालांकि, वह किडनी भी फेल हो गई थी और उन्हें दोबारा डायलिसिस करवानी पड़ी थी। कुछ समय बाद डायलिसिस में भी काफी दिक्कतें आने लगीं, जिसके बाद डॉक्टरों ने सूअर की किडनी लगाने का सुझाव दिया। रिचर्ड की मौत के बाद उनके परिजनों ने ट्रांसप्लांट करने वाली टीम का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की वजह से हमें रिचर्ड के साथ कुछ और समय बिताने को मिला। रिचर्ड इस सर्जरी के लिए तैयार हुए थे ताकि दुनियाभर में उनके जैसे दूसरे मरीजों को जीने की एक नई उम्मीद मिल सके। रिचर्ड की सर्जरी के एक महीने बाद अप्रैल में न्यू जर्सी की लीजा पिसानो नाम की महिला को भी जेनेटिकली मॉडिफाइड सूअर की किडनी लगाई गई थी। इसके अलावा उसे मकैनिकल पंप भी लगाया गया था, जिससे उसका दिल धड़कता रहे।