मुंबई, 3 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 दिन के दौरे पर ब्रुनेई पहुंचे। एयरपोर्ट पर क्राउन प्रिंस हाजी अल-मुहतादी बिल्लाह ने उनका रेड कार्पेट वेलकम किया। इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगवान के होटल में भारतीय समुदाय के लोगों ने भी उनका स्वागत किया। इसके बाद PM मोदी ब्रुनेई की उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद पहुंचे। यहां उन्होंने मस्जिद के इतिहास से जुड़ा एक वीडियो भी देखा। प्रधानमंत्री ने बंदर सेरी बेगवान में भारत के हाई कमीशन की एक चांसरी का भी उद्घाटन किया। यह किसी भारतीय PM का पहला ब्रुनेई दौरा है। दोनों देशों के बीच 2024 में राजनयिक संबधों के 40 साल पूरे हुए हैं। PM मोदी ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसन अल-बोल्कैया के निमंत्रण पर यहां आए हैं। थोड़ी देर में दुनिया के सबसे बड़े महल 'इस्ताना नुरुल इमान' में उनका स्वागत होगा।
आपको बता दें, भारत ब्रुनेई से हाइड्रोकार्बन आयात कर रहा है और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। पीएम मोदी के दौरे के दौरान इस मुद्दे पर भी चर्चा होगी। भारत ने ब्रुनेई के हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में 270 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। प्राकृतिक गैस की जरूरतें पूरी करने के लिए इसे और बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच स्पेस टेक्नोलॉजी, हेल्थ पर भी आपसी सहयोग बढ़ाने की कोशिश पर भी चर्चा होगी। भारत, म्यांमार की स्थिति पर चर्चा करेगा। भारत, ब्रुनेई के साथ समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर देगा। भारत दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ साझेदारी को मजबूत करने की कोशिशों में लगा है। इसके जरिए भारत इंडो-पैसिफिक में चीन के बढ़ते प्रभुत्व को काउंटर करना चाहता है। ब्रुनेई एक समुद्री सीमा वाला देश है। देश की उत्तरी सीमा साउथ चाइना से लगती है। साउथ चाइना सी को लेकर ब्रुनेई का भी चीन के साथ विवाद है।
वहीं, ब्रुनेई दौरा पूरा करने के बाद, प्रधानमंत्री मंत्री मोदी 4 और 5 सितंबर को सिंगापुर का दौरा करेंगे। इस दौरान वे सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। PM मोदी करीब 6 साल बाद सिंगापुर का दौरा कर रहे हैं। यात्रा के दौरान PM मोदी सिंगापुर के राष्ट्रपति के साथ भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक PM मोदी सिंगापुर के बिजनेस लीडर्स से भी मिलेंगे। इस दौरान उनके साथ औपचारिक बातचीत भी हो सकती है।