प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज में बाढ़ का खतरा तेजी से मंडराने लगा है। गंगा के बढ़ते जलस्तर ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है, जबकि यमुना में थोड़ी राहत जरूर दिखी। बीते 24 घंटों में गंगा का जलस्तर 115 सेमी बढ़ा और वह फाफामऊ में 81.74 मीटर तक पहुंच गई है। प्रशासन को डर है कि अगर यही हाल रहा तो बघाड़ा, नेवादा और झूंसी के इलाकों में जल्द ही पानी घरों में घुस सकता है।
हालांकि यमुना के जलस्तर में मंगलवार को थोड़ी गिरावट दर्ज की गई, जिससे कछारी इलाके में बसे लोगों को कुछ राहत मिली। लेकिन मध्य प्रदेश में लगातार बारिश से यमुना में फिर से जलस्तर बढ़ने का खतरा बना हुआ है। केन, बेतवा और टोंस जैसी नदियां भी उफान पर हैं, जिससे हालात फिर से बिगड़ सकते हैं।
प्रशासन ने हालात संभालने के लिए बाढ़ राहत शिविर सक्रिय कर दिए हैं। बघाड़ा में एनी बेसेंट स्कूल को राहत केंद्र बनाया गया है, जहां एनडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीमें लगातार गश्त कर रही हैं। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
इस बीच, मंगलवार को गंगा जी लेटे हनुमान जी के मंदिर में प्रवेश कर गईं। दोपहर 2:15 बजे गंगा जल गर्भगृह तक पहुंचा, जिसके बाद महंत बलवीर गिरि ने आरती की और हनुमान जी को स्नान कराकर नई पोशाक पहनाई। यह दृश्य श्रद्धालुओं के लिए भक्ति और चिंता का अनोखा संगम बन गया।