प्रयागराज न्यूज डेस्क: अमेठी के इंदरिया गांव में तालाब की जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को प्रशासन ने सख्त कार्रवाई के तहत गिरा दिया। मुसाफिरखाना तहसील के अंतर्गत आने वाले इस गांव में कुछ लोगों ने तालाब की जमीन पर बाउंड्री वॉल खड़ी कर ली थी। एसडीएम अभिनव कनौजिया के नेतृत्व में पहुंची टीम ने बुलडोजर चलवाकर यह निर्माण ध्वस्त कर दिया। कार्रवाई के समय नायब तहसीलदार समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
हैरानी की बात यह रही कि इस अवैध कब्जे में ग्राम प्रधान के पति का नाम सामने आया है, जिन्होंने सरकारी जमीन को घेरकर कब्जा किया था। प्रशासन ने साफ संदेश दिया है कि चाहे कोई भी हो, अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस कार्रवाई के बाद इलाके में चर्चा का माहौल है और लोग प्रशासन के इस कदम को सराहनीय बता रहे हैं।
इसी तरह प्रयागराज के नैनी क्षेत्र में भी 40 बीघा जमीन पर बिना अनुमति की गई प्लॉटिंग को प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने ध्वस्त कर दिया। जोनल अधिकारी सूरज कुमार पटेल की अगुवाई में हुई इस कार्रवाई में पीडीए की टीम ने बुलडोजर चलाकर पूरी अवैध प्लॉटिंग को मिट्टी में मिला दिया। इससे पहले प्लॉटिंग करने वालों को नोटिस भेजा गया था, लेकिन जब कोई जवाब नहीं मिला तो एक्शन लिया गया।
पीडीए ने साफ कहा है कि बिना स्वीकृति के की जा रही प्लॉटिंग पर अब सख्त कार्रवाई होगी। जिन लोगों के नाम सामने आए हैं उनमें ओम प्रकाश, जयप्रकाश, बृजेश यादव जैसे कई स्थानीय नाम शामिल हैं। नैनी थाने में जल्द ही इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। अमेठी और प्रयागराज की इन कार्रवाइयों ने साफ कर दिया है कि अब अवैध कब्जों और प्लॉटिंग के खिलाफ प्रशासन पूरी तरह एक्टिव मोड में है।