प्रयागराज न्यूज डेस्क: सोरांव के धोसड़ा गांव के पास पेड़ से लटकी मिली सरिता पटेल (21) की मौत का खुलासा हो गया है। बुधवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि सरिता ने फांसी लगाकर जान दी थी। पुलिस ने इस मामले में गांव के ही चंद्रजीत पटेल के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है। हालांकि, परिजन मुआवजे और अन्य मांगें पूरी होने तक अंतिम संस्कार करने से इंकार कर रहे हैं।
बेनी हाशिमपुर (नई बाजार), मऊआइमा की रहने वाली सरिता 16 मार्च की सुबह घर से निकली थी, जिसके बाद वह लापता हो गई थी। मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे उसका शव सोरांव के धोसड़ा गांव के पास एक बाग में पेड़ से लटका मिला। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बुधवार को दो डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया। रिपोर्ट में साफ हुआ कि शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे और सरिता की मौत फांसी लगाने से हुई है। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर गांव पहुंचे लेकिन मुआवजा और अन्य मांगें पूरी होने तक अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया। परिजनों ने पुलिस पर दबाव में हत्या के मामले को आत्महत्या में बदलने का आरोप लगाया और इसे हत्या का मामला मानकर कार्रवाई की मांग की।
परिजनों ने 35 लाख रुपये के मुआवजे, माता-पिता के नाम दो बीघा कृषि भूमि का पट्टा और भाइयों के लिए दो शस्त्र लाइसेंस जारी करने की मांग की है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी परिजनों से बातचीत कर मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी चंद्रजीत पटेल की तलाश शुरू कर दी है।