प्रयागराज
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में नैनी सेंट्रल जेल से एक बंदी के फरार होने का मामला सामने आया है. कैदी का नाम कालीचरण बताया जा रहा है जो कि गैंगरेप के मामले में सजायाफ्ता है. उसे गार्डनिंग के काम पर लगाया गया था, वहीं से मौका देखकर कालीचरण फरार हुआ है. कैदी के फरार होने की सूचना के बाद नैनी सेंट्रल जेल के अधिकारियों ने एक हेड वार्डर और तीन अन्य वार्डर (सिपाही) को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है.
कैदी कालीचरण शनिवार को ही नैनी जेल से फरार हो गया था जिसके बाद जेल पुलिस को पता चला तो हड़कंप मच गया. अधिकारियों ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं. बताया जा रहा है कि कैदी कालीचरण यूपी के महोबा का रहने वाला है और वह एक गैंगरेप के मामले में सजा काट रहा है. कैदी कालीचरण को 5 महीने पहले ही महोबा जेल से ट्रांसफर किया गया था. उसे नैनी जेल के सर्किल नंबर 2 में रखा गया था.
नैनी सेंट्रल जेल में कालीचरण को बाग में खेती के काम में लगाया गया था. इस दौरान वह मौका देखकर शनिवार को भाग निकला. कैदी के फरार होने की सूचना जेल प्रशासन ने डीसीपी यमुनानगर को दे दी है. पुलिस टीम फिलहाल कालीचरण को सभी ठिकानों पर ढूंढने की कोशिश कर रही है. जेल प्रशासन ने लखनऊ में आला अधिकारियों को भी कैदी के फरार होने की सूचना दे दी है.
जेल में वापस ले जाते वक्त हुआ फरार
बताया जा रहा है कि बाग में खेती के काम में कालीचरण को लगाया गया था. उसे जेल परिसर के अंदर ले जाया जा रहा था. इसी बीच वह भाग निकला. उसकी सुरक्षा में तैनात 4 सिपाहियों को सस्पेंड किया जा चुका है. गैंगरेप के मामले में कालीचरण को 20 साल की सजा सुनाई गई थी. कालीचरण को कृषि के काम के लिए महिला जेल के पीछे फार्म में ले जाया गया था. वहीं से उसने मौका देखा और पेड़ के सहारे बाउंड्री लांघकर भाग गया. सिपाही बलवीर यादव, अभिषेक सिंह, आशुतोष चतुर्वेदी, बृजेश यादव उसकी सुरक्षा में तैनात थे. सभी पर कार्रवाई की गई है।