प्रयागराज न्यूज डेस्क: यमुनानगर में ओवरलोड वाहनों को पास कराने वाले कुख्यात पासर गैंग का नेटवर्क अब गंगानगर तक फैल चुका है। जानकारी के अनुसार, यह गैंग न सिर्फ गिट्टी, मिट्टी और बालू लदे ट्रकों को निकालने में मदद करता है, बल्कि गोतस्करी में लगे वाहनों को भी पुलिस की आंखों से बचाने का काम करता है। गैंग में कई पुलिसकर्मी और प्राइवेट लोग भी शामिल हैं जो लोकेशन की जानकारी देकर ट्रकों को सुरक्षित रास्ता दिखाते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, गंगानगर से लेकर प्रतापगढ़, चंदौली, कौशांबी, फतेहपुर, प्रयागराज, जौनपुर जैसे जिलों तक यह नेटवर्क फैला हुआ है। गैंग के सदस्यों को अलग-अलग इलाकों की जिम्मेदारी दी गई है और उन्हें उसी के अनुसार पैसे मिलते हैं। फाफामऊ, सोरांव, नवाबगंज, मऊआइमा, थरवई, सरायइनायत, उतरांव और हंडिया थानों के क्षेत्रों में इनकी पकड़ मजबूत मानी जा रही है।
गिरोह के सदस्य रात के वक्त बोलेरो और बुलेट बाइक से गश्त करते हैं और चेकिंग प्वाइंट पर पुलिस की मौजूदगी का पता लगाकर उसे अपने वॉट्सएप ग्रुप में शेयर करते हैं। खासकर फतेहपुर और कौशांबी से आने वाले वाहनों के लिए ये सिंडिकेट पूरी रात सक्रिय रहता है। इतना ही नहीं, कई सदस्य पुलिस के मुखबिर के रूप में भी काम करते हैं और दूसरे गैंग की जानकारी देकर खुद को सुरक्षित रखते हैं।
हाल ही में एक महिला की शिकायत पर इस गिरोह के कुछ सदस्यों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। जांच में सामने आया कि ये लोग ट्रकों से पैसा वसूलते थे और न देने पर धमकाते थे। यह गिरोह अब प्रशासन की रडार पर है, लेकिन इसके बावजूद कई इलाकों में यह बेखौफ होकर अपना काम जारी रखे हुए है।