मुंबई, 13 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। उत्तर प्रदेश और बिहार में लगातार हो रही तेज बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। बिहार के 12 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। भागलपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ने से 100 से अधिक घर डूब गए हैं और करीब 3500 लोग प्रभावित हुए हैं। बुधवार को भी राज्य के 14 जिलों में भारी बारिश जारी रही। वहीं, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, गोरखपुर समेत कई जिलों में पानी भर गया है। मुरादाबाद में बाढ़ में बहे पुलिस सिपाही मोनू रामगंगा का शव 24 घंटे बाद मिला, जबकि फर्रुखाबाद के 50 से अधिक गांव पानी में घिरे हुए हैं। इसी बीच फर्रुखाबाद के पंखियन की मड़ैया गांव में बाढ़ के बीच मुस्लिम परिवार में शादी हुई, जहां दूल्हा करीब 50 लोगों के साथ नाव से पहुंचा और निकाह की रस्म पूरी हुई।
हिमाचल प्रदेश में बुधवार शाम करीब सवा 5 बजे कुल्लू और शिमला जिलों में चार स्थानों पर बादल फटने से तबाही मच गई। कुल्लू की श्रीखंड और तीर्थन घाटी के अलावा, शिमला के नांटी गांव और काशापाठ में तेज बारिश से नदी-नालों में बाढ़ आ गई। नांटी में गानवी का आधा बाजार जलमग्न हो गया, जबकि तीर्थन घाटी में तीन गाड़ियां और तीन अस्थायी ढांचे बह गए और एक पुल टूट गया। कुर्पण और नोगली खड्ड में आए उफान के चलते बागीपुल बाजार को खाली कराया गया। हिमाचल में इस मानसून सीजन में अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 229 लोगों की मौत हो चुकी है और 395 सड़कें बंद हैं। उत्तराखंड में भी हालात गंभीर हैं। 11 जिलों में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा है। 5 अगस्त को सैलाब से प्रभावित धराली में लापता 66 लोगों की तलाश के लिए ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार से 20 स्थानों पर तीन मीटर गहराई तक खोजबीन की जा रही है। राज्य में केदारनाथ, बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब यात्रा 14 अगस्त तक स्थगित कर दी गई है।
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अगले 24 घंटे के भीतर 180 मिमी तक बारिश होने की संभावना जताई है और फ्लैश फ्लड का अलर्ट जारी किया है। इसमें हिमाचल के शिमला और सिरमौर, उत्तराखंड के अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी, बिहार के अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सुपौल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कई जिले शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर के राजौरी, रियासी और पुंछ जिलों में भारी बारिश के बाद सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। रियासी में सबसे ज्यादा 284 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 29.7 इंच बारिश हो चुकी है, जो वार्षिक औसत का 79% है।