मुंबई, 06 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कर्नाटक पब्लिक सर्विस कमीशन का एग्जाम देने आईं लड़कियों को एग्जाम हॉल में एंट्री देने से पहले मंगलसूत्र हटाने को कहा गया। चेकिंग कर रहे अधिकारियों ने लड़कियों से उनके कान के झुमके, गले की चेन और बिछिया भी हटाने को कहा। एक स्टूडेंट जिससे मंगलसूत्र उतारने को कहा गया था, उसने बताया कि अधिकारियों ने हिजाब पहनने वाली महिलाओं की भी चेकिंग की, लेकिन उन्हें अंदर एंट्री मिल गई। छात्रा ने कहा कि हिंदू धर्म में मंगलसूत्र नहीं हटाया जाता है। जब जरूरत पड़ती है, तभी हम इसे हटाते हैं। परीक्षा देने के लिए मुझे मंगलसूत्र और बिछिया हटानी पड़ी। छात्रा ने कहा कि जैसे चेकिंग करने वाली टीम ने हिजाब पहनने वाली लड़कियों को चेकिंग के बाद अंदर जाने दिया, वैसे ही हमें भी जाने देना चाहिए था।
इस मामले को लेकर भाजपा सांसद बसनगौड़ा यत्नाल ने पूछा कि क्या ये नियम सिर्फ हिंदुओं के लिए था। वहीं, कहा जा रहा है कि एग्जाम के दौरान नकल रोकने के लिए प्रशासन ने सख्ती बरती है। दरअसल, 4 नवंबर को कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस परीक्षा के दौरान एक कैंडिडेट और उसके भाई को नकल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दोनों की पहचान त्रिमूर्ति और अंबरीश के रूप में की गई। पुलिस ने बताया कि एग्जाम सेंटर में त्रिमूर्ति ब्लूटूथ डिवाइस लगाकर परीक्षा दे रहा था। उसका भाई अंबरीश ब्लूटूथ के जरिए एग्जाम सेंटर के बाहर से उसकी मदद कर रहा था।