मुंबई, 13 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। यूरोपियन कंपनी एयरबस डिफेंस एंड स्पेस (ADSpace) ने भारत को पहला C-295 टैक्टिकल मिलिट्री एयर लिफ्ट प्लेन सौंप दिया। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने स्पेन के सेविले शहर में इस प्लेन को रिसीव किया। इस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट को 15 सितंबर को दिल्ली लाया जाएगा। एयर चीफ एक दिन पहले ही प्लेन लेने के लिए स्पेन पहुंच गए थे। यह एयरक्राफ्ट पिछले तीन दशकों से सेवा में लगे ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट एवरो-748 को रिप्लेस करने के लिए लाया जा रहा है।
वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, C-295 को स्पेन के सेविले प्लांट में बनाया जा रहा है। भारतीय वायुसेना में इसका फाइनल इंडक्शन इसी महीने हिंडन एयरबेस पर होगा। दूसरा एयरक्राफ्ट मई 2024 तक भारत आएगा। साथ ही, रिपोर्ट्स के मुताबिक पहले C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट की तैनाती आगरा एयरबेस में होगी। जहां इसके पायलट्स का ट्रेनिंग सेंटर भी अगले साल तक तैयार हो जाएगा। सितंबर 2021 में भारत ने ADSpace के साथ C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के लिए 21 हजार करोड़ रुपए की डील की थी। इसमें 56 प्लेन की मांग की गई थी। इनमें से 16 प्लेन रेडी टु-फ्लाई कंडीशन में स्पेन से आएंगे। बाकी के 40 प्लेन गुजरात के वडोदरा में टाटा एडवांस सिस्टम कंपनी बनाएगी।
आपको बता दें, टाटा एडवांस सिस्टम लि. गुजरात के वडोदरा में 2024 के मध्य तक C-295 विमान बनाना शुरू करेगी। फिलहाल, इसकी फाइनल असेम्बली लाइन का काम चल रहा है। पहला स्वदेशी C-295 विमान 2026 में बनकर तैयार होगा। फाइनल असेम्बलिंग के लिए एयरबस और टाटा के हैदराबाद व नागपुर प्लांट में 14,000 से ज्यादा स्वदेशी पार्ट्स तैयार कर वडोदरा भेजे जाएंगे। कंपनी 2031 तक वायुसेना को सभी 40 एयरक्राफ्ट सौंप देगी।