मुंबई, 27 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में मिशन 2030 के लिए जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहले प्रधानमंत्री आए और अब उपराष्ट्रपति अप डाउन कर रहे हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज बुधवार को राजस्थान के दौरे पर रहे। तय कार्यक्रम के अनुसार वे बाड़मेर-बालोतरा जाएंगे और गुड़ामालानी में राष्ट्रीय बाजरा अनुसंधान केंद्र का शिलान्यास किया। इसके बाद बालोतरा के आसोतरा गांव स्थित बृह्मधाम में दर्शन और पूजा अर्चना कर बृह्मधाम गादीपति संत तुलसारामजी महाराज से आशीर्वाद लिया। इससे पहले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ सुबह झुंझुनूं के पिलानी पहुंचे। गहलोत ने कहा कि गवर्नर साहब हों या उपराष्ट्रपति हों, हम उनका सम्मान करते हैं। दरअसल, उपराष्ट्रपति बनने के बाद यह राजस्थान में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का 16 वां दौरा है। इससे करीब 12 दिन पहले वह जयपुर में राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जोबनेर में कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय और अविकानगर में केंद्रीय भेड़ व ऊन अनुसंधान संस्थान के कार्यक्रमों में शिरकत के लिए पहुंचे थे।
सीएम गहलोत ने आगे कहा, उपराष्ट्रपति अगर राष्ट्रपति बनेंगे तो भी हम स्वागत करेंगे, लेकिन अभी मेहरबानी रखें। बार बार सुबह शाम आ रहे हैं। दौरे कर रहे हैं। इसका कोई तुक नहीं है। क्या तुक है। चुनाव चल रहे हैं राजस्थान में। आप बार बार आओगे तो लोग क्या समझेंगे। आप चाहते क्या हो। यह संवैधानिक संस्थाएं हैं। उनका मान सम्मान रहना चाहिए। चाहे कोई सरकार हो। प्रधानमंत्री ने इस बार कहलवा दिया कि प्रोटोकॉल में कोई नहीं आएगा, न अफसर, न मंत्री। शेखावत साहब उपराष्ट्रपति बने थे तो उन्होंने कहा था कि राजस्थान मेरा घर है। यहां कोई प्रोटोकॉल में नहीं आएगा। गहलोत ने कहा, एक के बाद एक मंत्री आ रहे हैं। उप राष्ट्रपति बार-बार आ रहे हैं। जनता इनको जवाब देगी। केंद्र के मंत्री राजस्थान आ रहे हैं। वैसे भी मंत्रियों के पास काम नहीं है। इन लोगों ने नया सिस्टम बना दिया। मंत्रियों की चल नहीं रही है। एक आरएसएस का व्यक्ति बैठा दिया गया है। वही सब राज चलाता है।
आपको बता दें कि धनखड़ ने देश के 14वें उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति के रूप में पिछले साल 11 अगस्त को पदभार ग्रहण किया था। उपराष्ट्रपति की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार, पिछले 13 महीनों में धनखड़ कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए देश के 13 राज्यों व 2 केंद्रशासित प्रदेशों में 37 बार गए। उन्होंने राजस्थान में सबसे ज्यादा 15 और गुजरात का 3 बार व असम का भी 3 बार दौरा किया। जबकि उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र व चंडीगढ़ में 2 बार और हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, मणिपुर, नागालैंड, त्रिपुरा, चंडीगढ़ व जम्मू एक-एक बार गए। उपराष्ट्रपति ने दिल्ली से बाहर 56 अलग-अलग कार्यक्रमों में भाग लिया। इनमें से 30 राजस्थान में हुए।