मुंबई, 05 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। इलेक्शन कमीशन 6 अक्टूबर को NCP के इलेक्शन सिबंल के अधिकार पर सुनवाई करेगा। कमीशन ने शरद और अजित दोनों गुटों को पर्सनल सुनवाई के लिए बुलाया है। ये दोनों ही गुट पार्टी पर अपना दावा कर रहे हैं। वहीं, शरद पवार ने दिल्ली में पार्टी की वर्किंग कमेटी की मीटिंग में कहा कि NCP का चुनाव चिन्ह बदलने की कोशिश हो सकती है। अगर पार्टी का चुनाव चिन्ह चला भी जाए तो कार्यकर्ताओं को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। सिंबल बदलने से लोग नहीं बदलते हैं। उन्हें पता होता है कि कौनसा बटन दबाना है। मैंने अलग-अलग चुनाव चिन्हों पर चुनाव लड़े और जीते हैं। शरद पवार ने आगे कहा कि, भाजपा को अपना इलेक्शन सिंबल बदल लेना चाहिए।
तो वहीं, उन्होंने कहा कि मीडिया ने लोगों से पूछा कि भाजपा को नया चुनाव चिन्ह क्या रखना चाहिए। इस पर लोगों ने कहा कि कमल के फूल की जगह वॉशिंग मशीन को चुनाव चिन्ह बनाना चाहिए। नेताओं की धुलाई के लिए। पवार ने यह भ कहा कि नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जो सरकारी कार्यक्रमों में राजनीतिक बातें करते हैं। उन्होंने कहा, मैंने कई प्रधानमंत्रियों को देखा है। कॉलेज के समय जवाहरलाल नेहरू को देखा। बाद में इंदिरा गांधी, नरसिम्हा राव और एचडी देवगौड़ा को देखा। आज के पीएम और पहले के पीएम में फर्क है। पहले PM विकास प्रोजेक्ट के उद्घाटन के लिए जाते थे तो वहां कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं करते थे। आर्मी का कोई कार्यक्रम होता था तो प्रधानमंत्री वहां पर देश की रक्षा की बात करते थे। विपक्ष को गालियां नहीं देते थे। आज नरेंद्र मोदी रेलवे लाइन का उद्घाटन करने जयपुर जाते हैं। वहां उनकी रेलगाड़ी विपक्ष की ओर निकल जाती है। वे भूल जाते हैं कि वे प्रधानमंत्री हैं और प्रशासन के प्रमुख हैं।