मुंबई, 12 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सिक्किम में बनी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कुपुप-शेराथांग रोड का वर्चुअली उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल, नगालैंड सहित 11 राज्यों के कुल 75 इंफ्रा-प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया। इनमें 22 सड़कें और 51 पुल हैं। रक्षा मंत्री ने पश्चिम बंगाल के सुकना में त्रिशक्ति कोर के हेडक्वाटर से इन परियोजनाओं का उद्घाटन किया। ये निर्माण सीमा सड़क संगठन (BRO) ने किया है। चीन सीमा और अन्य दूरदराज इलाकों में बने इन प्रोजेक्ट्स की लागत करीब 2236 करोड़ रुपये है। इससे लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों की आवाजाही, राशन, ऑर्टिलरी जैसी चीजें पहुंचाने में आसानी होगी।
वहीं, राजनाथ सिंह ने 2024-25 के बजट में BRO के लिए आवंटित 6,500 करोड़ रुपये का जिक्र करते हुए उम्मीद जताई कि यह न केवल स्ट्रैटेजिक इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में योगदान देगा, बल्कि नॉर्थ-ईस्ट सहित बॉर्डर के आस-पास के इलाकों में सोशियो-इकोनॉमिक प्रोग्रेस में भी मदद करेगा। उन्होंने कहा, ये प्रोजेक्ट देश की रक्षा तैयारियां बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे। पिछले 10 सालों में हमने गांव से लेकर शहर तक सड़कों का नेटवर्क बनाया है। आने वाले समय में बॉर्डर वाले इलाकों में विकास में नए आयाम जुड़ेंगे और भारत सबसे सुरक्षित और मजबूत देशों में से एक होगा। पहले की सरकारों का मानना था कि बॉर्डर पर डेवलपमेंट का उल्टा असर प्रभाव हो सकता है, क्योंकि इसका इस्तेमाल देश के विरोधी कर सकते हैं। वहीं, मोदी सरकार ने बॉर्डर पर इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने को प्रॉयारिटी दी। इसका कारण है कि नॉर्थ-ईस्ट का इलाका सोशियो-इकोनॉमिक और स्ट्रैटेजिक नजरिये से अहम हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले पांच सालों में सीमा पर चीन के इंफ्रा प्रोजेक्ट में तेजी आने के बाद भारत ने भी अपने निर्माण की गति बढाई है। इसी के साथ इस साल BRO के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की संख्या 111 हो गई। इनकी कुल लागत 3751 करोड़ रुपये है। पिछले साल BRO ने 3611 करोड़ रुपये के 125 प्रोजेक्ट पूरे किये थे। इसी साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेला टनल का उद्घाटन किया था। वह भी इस साल पूरी हुई 111 प्रोजेक्ट्स में से एक है। BRO ने उसे 825 करोड़ रुपये में रणनीतिक तवांग सेक्टर में सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों की सहूलियत के लिए बनाया था। यह करीब 13 हजार फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे लंबी ट्विन-लेन सुरंग है। साथ ही, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में विजयादशमी पर शस्त्र पूजा भी की। सुकना कैंट में रक्षा मंत्री ने पहले अस्त्र-शस्त्र की पूजा की फिर वहां मौजूद जवानों को तिलक लगाया।