मुंबई, 11 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे के 28 लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। भरतपुर शवागार में बीती शाम से शुरू हुई प्रक्रिया सुबह पूरी हो गई। इस दौरान CBI के अधिकारी भी मौजूद रहे। AIIMS भुवनेश्वर ने नगर निगम को सभी डेड बॉडी डिस्पोज करने की जिम्मेदारी दी थी। BMC की मेयर सुलोचना दास ने बताया, ये शव पिछले चार महीने से डीप फ्रीजर में रखे-रखे बर्फ में तब्दील हो गए थे। पहचान करना मुश्किल था कि शव महिला का है या पुरुष का। शवों को मुखाग्नि देने और बाद में फूल चुनने के लिए एक NGO की मदद ली गई।
पहले तीन शवों को तीन महिलाओं ने मुखाग्नि दी। मधुमिता प्रुस्टी (37), स्मिता मोहंती (53) और स्वागतिका राव (34) ने बताया, ये शव पुरुषों के थे या महिलाओं के, इनका धर्म या जाति क्या था हम नहीं जानते। वे इंसान थे और इसी नाते हमने उन्हें सम्मान के साथ विदा किया। हो सकता है ये लोग पूर्वजन्म में हमारे संबंधी रहे हों।
आपको बता दें, बालासोर में 2 जून को 3 ट्रेनों की टक्कर में 297 लोगों की मौत हुई थी। इसमें 269 शवों को उनके घरवाले ले गए। कई लोगों की पहचान DNA टेस्ट के आधार पर की गई। हालांकि, जून से 28 शव AIIMS में ही रखे हुए थे। इन शवों को पारादीप पोर्ट ट्रस्ट से खरीदे गए 5 डीप फ्रीजर कंटेनरों में रखा गया था।