24 नवंबर को यूपी के संभल में हुई झड़प के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच कमेटी नियुक्त की थी. कड़ी सुरक्षा के बीच कमेटी ने शाही जामा मस्जिद का निरीक्षण किया, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा, ''हमें सरकार द्वारा गठित कमेटी पर भरोसा नहीं है. अगर जांच सिटिंग जज के अधीन होती तो ठीक होता. ये सरकार बेईमान है.
उन्होंने आगे कहा, ''वे लोगों को वोट नहीं डालने दे रहे हैं. पुलिस के सहयोग से लोगों को मतदान करने से रोका गया. लोग इस सरकार के खिलाफ पूरी तरह गुस्से में हैं इसलिए वे हिंसा करवा रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने एएनआई से बात करते हुए इस घटना को बेहद दुखद बताया. उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मामले को संसद में उठाना चाहता है लेकिन सरकार अपनी कमियां छिपाना चाहती है.
अवधेश प्रसाद ने कहा, ''संभल की घटना बेहद दुखद है. इस घटना से राज्य के भाईचारे और शांति पर भी असर पड़ा है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले से एक बड़ी घटना होने से रोक दी और राज्य में कानून का शासन बहाल करने में मदद की है.'
उन्होंने आगे कहा, ''देश का युवा बेरोजगार है, महंगाई बहुत ज्यादा है. हम संभल की घटना को संसद में भी उठाना चाहते थे, लेकिन सरकार अपनी कमियां छिपाना चाहती थी और संसद नहीं चलने दी.'