भारतीय पूंजी बाजार में बहुप्रतीक्षित आईपीओ की लिस्टिंग का सिलसिला जारी है। हाल ही में टाटा कैपिटल और एलजी जैसे बड़े नामों की चर्चा के बाद, ग्रेनाइट उत्खनन और प्रसंस्करण क्षेत्र की प्रमुख कंपनी मिडवेस्ट (Midwest) ने आज मुख्य बोर्ड में शानदार शुरुआत की है। ग्रे मार्केट में पहले से ही अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा चुकी इस कंपनी ने अपनी लिस्टिंग के साथ ही निवेशकों को एक आकर्षक मुनाफा प्रदान किया है, जो आईपीओ बाजार के प्रति निवेशकों के उत्साह को और बढ़ा रहा है।
कंपनी की लिस्टिंग से पहले ही ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) ने धमाकेदार प्रदर्शन का संकेत दे दिया था। आज सुबह 8:43 बजे, मिडवेस्ट का अनौपचारिक जीएमपी 115 रुपये प्रति शेयर पर चल रहा था। यह प्रीमियम इस बात का स्पष्ट संकेत था कि निवेशकों को इश्यू प्राइस के मुकाबले लिस्टिंग पर एक मजबूत उछाल की उम्मीद थी।
लिस्टिंग का जलवा: इश्यू प्राइस पर 9.39% का मुनाफा
मिडवेस्ट ने बाजार की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए एक मजबूत लिस्टिंग दर्ज की। कंपनी का शेयर 1165 रुपये प्रति शेयर पर सूचीबद्ध हुआ।
विवरण राशि
इश्यू प्राइस (Issue Price) 1065 रुपये प्रति शेयर
लिस्टिंग प्राइस (Listing Price) 1165 रुपये प्रति शेयर
लिस्टिंग गेन (Listing Gain) 100 रुपये प्रति शेयर
प्रतिशत मुनाफा (Percentage Gain) 9.39%
लिस्टिंग प्राइस पर मिला 100 रुपये प्रति शेयर का मुनाफा लगभग उसके ग्रे मार्केट में चल रहे प्रीमियम के बराबर था, जिसने लिस्टिंग के आंकड़ों की विश्वसनीयता पर मुहर लगा दी। निवेशकों को पहले ही दिन 9.39 फीसदी का आकर्षक रिटर्न मिला, जिसने इसे हाल के आईपीओ में एक सफल लिस्टिंग बना दिया है।
मिडवेस्ट: ग्रेनाइट उद्योग में चार दशकों का वर्चस्व
मिडवेस्ट कंपनी का व्यवसायिक इतिहास चार दशकों से अधिक पुराना है। कंपनी मुख्य रूप से ग्रेनाइट के उत्खनन (Quarrying) और प्रसंस्करण (Processing) के काम में संलग्न है। कंपनी ने दावा किया है कि वह ग्रेनाइट व्यवसाय में भारत के कुल योगदान का 62 फीसदी हिस्सा संभालती है, जो इस क्षेत्र में उसके विशालकाय वर्चस्व को दर्शाता है। यह बाजार हिस्सेदारी कंपनी की परिचालन क्षमता और गुणवत्ता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
मजबूत वित्तीय प्रदर्शन: राजस्व और लाभ में उछाल
मिडवेस्ट का आईपीओ ऐसे समय में आया है जब कंपनी ने वित्तीय मोर्चे पर शानदार प्रदर्शन किया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान कंपनी के प्रमुख वित्तीय संकेतकों में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई:
नेट प्रॉफिट में वृद्धि: कंपनी का शुद्ध लाभ (Net Profit) 33 फीसदी बढ़कर 133.3 करोड़ रुपये हो गया। लाभ में यह उल्लेखनीय वृद्धि कंपनी के कुशल लागत प्रबंधन और उच्च परिचालन दक्षता को दर्शाती है।
राजस्व: कंपनी का कुल राजस्व (Revenue) 626.2 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
इसके अलावा, कंपनी ने पिछले तीन वित्तीय वर्षों में लगातार मजबूत वृद्धि दर्ज की है। वित्तीय वर्ष 2023 से 2025 तक, कंपनी के प्रमुख मैट्रिक्स का चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) प्रभावशाली रहा है:
वित्तीय संकेतक CAGR (FY2023-FY2025)
राजस्व (Revenue) 11.63%
ईबीआईटीडीए (EBITDA) 38.47%
पैट (PAT - Profit After Tax) 40.53%
राजस्व की तुलना में EBITDA और PAT में अधिक तेज वृद्धि यह संकेत देती है कि कंपनी ने न केवल अपनी बिक्री बढ़ाई है, बल्कि अपनी लाभप्रदता और परिचालन मार्जिन को भी सफलतापूर्वक बेहतर बनाया है।
आईपीओ की मुख्य विशेषताएं
मिडवेस्ट आईपीओ एक मिश्रित पेशकश थी, जिसमें नए शेयरों का इश्यू और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा बिक्री की पेशकश (Offer For Sale - OFS) दोनों शामिल थे।
इश्यू आकार: आईपीओ के तहत 250 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए, जिसका उपयोग आमतौर पर कंपनी के विस्तार और पूंजीगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाता है। इसके अतिरिक्त, 201 करोड़ रुपये मूल्य के ऑफर फॉर सेल (OFS) शेयर जारी किए गए, जिससे कुल आईपीओ आकार लगभग 451 करोड़ रुपये रहा।
प्राइस बैंड और लॉट साइज: आईपीओ का प्राइस बैंड 1014 रुपये से 1065 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया था। खुदरा निवेशकों के लिए लॉट साइज 14 इक्विटी शेयर का था।
मिडवेस्ट की मजबूत लिस्टिंग ने उन निवेशकों के बीच खुशी का माहौल पैदा कर दिया है जिन्होंने टाटा कैपिटल और एलजी जैसे हाई-प्रोफाइल आईपीओ के बाद भी इस अपेक्षाकृत कम चर्चा वाले लेकिन मजबूत मूलभूत कंपनी में विश्वास दिखाया था। यह सफलता बताती है कि प्राथमिक बाजार में निवेशक अब केवल बड़े नामों पर नहीं, बल्कि मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और आकर्षक उद्योग नेतृत्व वाली कंपनियों पर भी दांव लगा रहे हैं। मिडवेस्ट की धमाकेदार एंट्री ने आईपीओ मार्केट की गर्मी को बनाए रखा है और ग्रेनाइट क्षेत्र के लिए भी नए अवसर खोल दिए हैं।