सोशल मीडिया के दौर में अफवाहें और गलत जानकारी बेहद तेजी से फैलती हैं। हाल ही में एक ऐसा ही दावा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से जुड़ा हुआ वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि अप्रैल 2025 से भारत में सभी बैंक सप्ताह में केवल पांच दिन ही काम करेंगे। इस खबर ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है। लाखों लोग इस पोस्ट को पढ़ चुके हैं और कई इसे सही मानकर भ्रमित भी हो गए। लेकिन जब इसकी सच्चाई की तह तक पहुंचा गया, तो सामने आया कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है। न तो आरबीआई और न ही केंद्र सरकार की तरफ से इस तरह की कोई आधिकारिक घोषणा हुई है।
क्या है वायरल दावा?
सोशल मीडिया पर एक ग्राफिक तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें लिखा गया है कि अप्रैल 2025 से आरबीआई के नए नियमों के अनुसार भारत के सभी बैंक सप्ताह में सिर्फ पांच दिन ही काम करेंगे। पोस्ट में यह भी कहा गया है कि शनिवार और रविवार को सभी बैंकों में अवकाश रहेगा। यह दावा 'साक्षी पोस्ट' और 'लोकमत टाइम्स' के हवाले से किया जा रहा है। जैसे ही यह खबर सामने आई, कई लोगों ने इसे सच मान लिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर करना शुरू कर दिया। इस दावे से बैंकिंग सेक्टर के ग्राहकों में भ्रम फैल गया कि क्या सच में अब बैंक सिर्फ सोमवार से शुक्रवार तक ही खुले रहेंगे?
कैसे सामने आई सच्चाई?
जयपुर वोकल्स और अन्य फैक्ट-चेकिंग संस्थाओं ने इस दावे की पड़ताल की। सबसे पहले गूगल कीवर्ड सर्च से पता चला कि 'साक्षी पोस्ट' ने 18 मार्च 2025 को एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें पांच-दिवसीय बैंकिंग सप्ताह का उल्लेख किया गया था। हालांकि जब भारतीय रिजर्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट देखी गई, तो वहां इस बारे में कोई अधिसूचना या जानकारी उपलब्ध नहीं थी। इसके बाद पीआईबी (प्रेस सूचना ब्यूरो) की फैक्ट चेक यूनिट द्वारा 20 मार्च 2025 को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट की गई। इसमें स्पष्ट किया गया कि यह खबर पूरी तरह से झूठी है। पोस्ट में कहा गया, "लोकमत टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अप्रैल से RBI द्वारा बैंकों के लिए सप्ताह में पांच दिन कार्य सप्ताह लागू किया जाएगा। यह दावा पूरी तरह से फर्जी है। RBI ने ऐसी कोई अधिसूचना जारी नहीं की है।"
पांच दिवसीय सप्ताह का प्रस्ताव कब आया था?
यह बात सही है कि बैंकिंग सेक्टर में लंबे समय से पांच दिवसीय कार्य सप्ताह की मांग की जा रही है। दिसंबर 2023 में संसद में यह मुद्दा उठाया गया था। तब वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने बताया था कि भारतीय बैंक संघ (IBA) ने सरकार के सामने प्रस्ताव रखा है कि सभी शनिवारों को बैंकों में अवकाश घोषित किया जाए। हालांकि, तब भी यह प्रस्ताव केवल चर्चा में था। न ही इसे मंजूरी दी गई थी और न ही इस पर कोई ठोस फैसला लिया गया। आज तक भी यह मुद्दा विचाराधीन ही है।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
जयपुर वोकल्स की फैक्ट-चेक रिपोर्ट और PIB के आधिकारिक बयान के बाद यह साफ हो गया कि वायरल हो रही खबर पूरी तरह से फर्जी है। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से अप्रैल 2025 से बैंकों के लिए पांच दिवसीय कार्य सप्ताह लागू करने का कोई आदेश या सर्कुलर जारी नहीं किया गया है। लोगों से अपील की गई है कि वे इस प्रकार की झूठी और भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें। किसी भी खबर की पुष्टि आधिकारिक वेबसाइट या विश्वसनीय स्रोत से करें। सोशल मीडिया पर किसी भी दावे को आंख मूंदकर शेयर करना गलत जानकारी फैलाने का काम करता है, जिससे कई बार अनावश्यक भ्रम और अफवाहें फैलती हैं।
निष्कर्ष
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर कि "अप्रैल 2025 से बैंकों में केवल पांच दिन काम होगा" बिल्कुल गलत और झूठी है। भारतीय रिजर्व बैंक और केंद्र सरकार की ओर से ऐसी कोई योजना घोषित नहीं की गई है। आम जनता को सतर्क रहने की आवश्यकता है और किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले उसकी पुष्टि जरूर करनी चाहिए। अगर आपको भी किसी खबर पर शक हो, तो PIB Fact Check या किसी अन्य विश्वसनीय फैक्ट-चेक प्लेटफॉर्म से उसकी पुष्टि करें।