कोका-कोला बहुत लंबे समय से सभी का पसंदिता पेय है | एक लोकप्रिय तथ्य है कोको कोला को लेकर जिसके मुताबिक कोका-कोला वास्तव में हरा रंग का था, न कि भूरा।
परन्तु सच्चाई कुछ और ही है | यह कभी हरा नहीं हुआ, और रंग वास्तव में कभी नहीं बदला गया। सोडा के लिए मूल सूत्र कारमेल (caramel) की आवश्यकता थी, जिसने कोक को समृद्ध भूरा रंग दिया । 1800 के दशक से, यह नुस्खा स्पष्ट रूप से बहुत सारे परिवर्तनों से गुजरा है। फिर भी, उन परिवर्तनों में से किसी ने रंग को प्रभावित नहीं किया है। यह अतीत में हरे रंग की कांच की बोतलों में समाहित था जिसकी वजह से कुछ लोगो को इसके हरा होनेका संकेत मिला होगा और यह अफवा फैली होगी
खुद कोको कोला कंपनी ने भी स्पष्ट किआ की “नहीं , कोका कोला १८८६ में अपने आविष्कार के बाद से हमेशा एक ही रंग का रहा है” |