21 मार्च 2025 को ब्रिटेन के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक, लंदन स्थित हीथ्रो एयरपोर्ट, अचानक पूरे दिन के लिए बंद कर दिया गया। इस अप्रत्याशित घटना ने हजारों यात्रियों को मुश्किल में डाल दिया। रिपोर्टों के अनुसार, 1,300 से अधिक उड़ानों पर असर पड़ा। इनमें से कई उड़ानों को रद्द कर दिया गया, कुछ के मार्ग बदल दिए गए और कई विमान तो उड़ान भरने के बाद वापस लौट आए। अधिकारियों का कहना है कि समस्या जल्द सुलझने की उम्मीद नहीं है, और अगले कुछ दिनों तक उड़ान परिचालन बाधित रह सकता है।
क्या हुआ था हीथ्रो एयरपोर्ट पर?
हीथ्रो एयरपोर्ट के पास स्थित एक बिजली सबस्टेशन में अचानक भीषण आग लग गई। यह आग रात करीब 11 बजे लगी, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई, जिससे हवाई अड्डे का पूरा सिस्टम बंद हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दमकल विभाग की 10 गाड़ियां और सैकड़ों फायर फाइटर्स मौके पर पहुंचे। लगभग 150 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। सुबह आठ बजे तक आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन तब तक नुकसान काफी हो चुका था।
उड़ानों पर भारी असर
हीथ्रो हवाई अड्डे से उस समय लगभग 120 विमानों ने उड़ान भरने की तैयारी कर ली थी। लेकिन आग के कारण बिजली गुल होते ही उड़ानें रद्द कर दी गईं या उन्हें दूसरे हवाई अड्डों की ओर मोड़ दिया गया। कुछ विमानों को लंदन के गैटविक एयरपोर्ट, पेरिस के चार्ल्स डी गॉल एयरपोर्ट और आयरलैंड में डायवर्ट किया गया। फ्लाइटराडार24 के अनुसार, लगभग 1,350 उड़ानों पर इसका असर पड़ा।
स्थानीय इलाकों में भी असर
आग की वजह से न केवल हवाई अड्डा प्रभावित हुआ, बल्कि आसपास के इलाकों में भी बिजली आपूर्ति रुक गई। रातभर लगभग एक लाख घरों में बिजली नहीं थी। हालाँकि सुबह होते-होते अधिकांश घरों में बिजली बहाल कर दी गई, लेकिन लगभग 4000 घर अब भी बिजली कटौती की समस्या से जूझ रहे हैं।
एयर इंडिया समेत कई एयरलाइंस पर असर
इस घटना का असर भारतीय उड़ानों पर भी पड़ा। एयर इंडिया ने जानकारी दी कि मुंबई से हीथ्रो जा रही फ्लाइट AI129 को वापस मुंबई भेज दिया गया। वहीं दिल्ली से उड़ान भरने वाली AI161 को फ्रैंकफर्ट डायवर्ट कर दिया गया। इसके अलावा, 21 मार्च को लंदन हीथ्रो से आने-जाने वाली सभी एयर इंडिया उड़ानों को रद्द कर दिया गया, जिनमें AI111 भी शामिल है।
आगे क्या?
हीथ्रो एयरपोर्ट प्रशासन ने कहा है कि तकनीकी टीम बिजली आपूर्ति बहाल करने में लगी हुई है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि हवाई यातायात पूरी तरह सामान्य होने में कुछ दिन लग सकते हैं। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे अपनी एयरलाइन से संपर्क कर आगे की जानकारी प्राप्त करें। यात्रियों को असुविधा के लिए मुआवजा देने पर भी चर्चा चल रही है। हीथ्रो जैसी घटना ने एक बार फिर यह बता दिया है कि आधुनिक तकनीक और इन्फ्रास्ट्रक्चर के बावजूद, एक छोटी सी चूक या हादसा वैश्विक स्तर पर कितनी बड़ी परेशानी खड़ी कर सकता है।