मुंबई, 02 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। श्रीलंका के मंत्री ने कहा है कि भारत ने अब तक कच्चाथीवू द्वीप को लेकर उनकी सरकार से कोई बात नहीं की है। द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में श्रीलंका के मंत्री जीवन थोंडामन ने कहा कि भारत ने कच्चाथीवू पर अधिकार लौटाने को लेकर उनसे कोई मांग नहीं की है। अगर भारत की तरफ से ऐसी कोई रिक्वेस्ट आई तो हम जरूर जवाब देंगे। दरअसल, तमिलनाडु के BJP अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा था कि केंद्र सरकार कच्चाथीवू को वापस हासिल करने के लिए जरूरी कदम उठा रही है। वहीं, न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक श्रीलंका की कैबिनेट में कच्चाथीवू को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। श्रीलंका के मंत्री का ये बयान उस वक्त आया है, जब बीते दिन विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत और श्रीलंका के बीच स्थित कच्चाथीवू द्वीप पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि इंदिरा सरकार ने 1974 में भारत का ये द्वीप श्रीलंका को दे दिया था।
आपको बता दे, भारत के तमिलनाडु और श्रीलंका के बीच काफी बड़ा समुद्री क्षेत्र है। इस समुद्री क्षेत्र को पाक जलडमरूमध्य कहा जाता है। यहां कई सारे द्वीप हैं, जिसमें से एक द्वीप का नाम कच्चाथीवू है। श्रीलंका के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक कच्चाथीवू 285 एकड़ में फैला एक द्वीप है। ये द्वीप बंगाल की खाड़ी और अरब सागर को जोड़ता है। ये द्वीप 14वीं शताब्दी में एक ज्वालामुखी विस्फोट के बाद बना था। जो रामेश्वरम से करीब 19 किलोमीटर और श्रीलंका के जाफना जिले से करीब 16 किलोमीटर की दूरी पर है। रॉबर्ट पाक 1755 से 1763 तक मद्रास प्रांत के अंग्रेज गवर्नर हुआ करते थे। इस समुद्री क्षेत्र का नाम रॉबर्ट पाक के नाम पर ही पाक स्ट्रेट रखा गया।