मुंबई, 16 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिकी खुफिया अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल जेफरी क्रूस ने अमेरिकी कांग्रेस को बताया की आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने अपना परमाणु कार्यक्रम जारी रखा है। क्रूस के मुताबिक, पिछले साल भारत के साथ बढ़ते विवाद के बीच पाकिस्तान ने अपने न्यूक्लियर वेपन्स को मॉडर्नाइज किया। उन्होंने ये भी बताया कि पाकिस्तान ने अपने न्यूक्लियर मैटिरियल और उसके कमांड और कंट्रोल की सिक्योरिटी को भी बढ़ाया है। अक्टूबर 2023 में, पाकिस्तान ने मध्यम दूरी की अबाबील बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया था, जिसकी रेंज 2200 किलोमीटर थी। अभी कुछ दिन पहले ही एक सीनियर परमाणु वैज्ञानिक और लेफ्टिनेंट जनरल किदवई ने भारत को धमकी दी थी। उन्होंने इस्लामाबाद के इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटजिक स्टडीज में अपने संबोधन के दौरान कहा था कि पाकिस्तान का परमाणू कार्यक्रम भारत पर केन्द्रित है।
पाकिस्तान के न्यूक्लियर हथियार मॉडर्नाइज करने की जानकारी उस वक्त आई है, जब पाकिस्तान की नई बनी सरकार ने IMF से एक और बेल आउट पैकेज की मांग की है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब अभी वॉशिंगटन में हैं। वो यहां अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से नए लोन पैकेज पर बात कर रहे हैं। इससे पहले अमेरिका के न्यूक्लियर वैज्ञानिकों ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया था कि पाकिस्तान के पास फिलहाल 170 परमाणु हथियार हैं। जो 2025 तक 200 के पार जा सकते हैं। रिपोर्ट को '2023 पाकिस्तान न्यूक्लियर हैंडबुक' नाम दिया गया है।