मुंबई, 09 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। चाइना कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) पर नजर रखने वाली ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट जेनिफर जेंग ने दावा किया है कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे चीन का हाथ है। उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, कनाडा में हुई आतंकी निज्जर की हत्या के पीछे CCP के एजेंट्स थे। चीन ने ऐसा भारत और पश्चिमी देशों के बीच फूट डालने के लिए किया है। उन्होंने ये भी दावा किया कि चीन नहीं चाहता कि ताइवान से जुड़ी कोई भी जानकारी या जिनपिंग की मिलिट्री स्ट्रैटजी दुनिया को पता चले इसलिए CCP ने एक प्लान बनाया। प्लान के तहत कुछ CCP एजेंट्स ने निज्जर की हत्या कर दी। साथ ही, जेंग ने कनाडा में रहने वाले चीनी यूट्यूबर लाओ डेंग का हवाला देते हुए कहा, CCP मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी ने जून में कुछ अधिकारियों को अमेरिका के सिएटल भेजा था। यहां निज्जर की हत्या का प्लान बनाया गया। मकसद एक था, भारत और पश्चिम के बीच दरार डालना।
तो वहीं, उन्होंने अपने वीडियो में कहा, भारत को फंसाने के लिए निज्जर को मारने वाले एजेंट्स ने भारतीयों के लहजे में अंग्रेजी बोलना सीखा था। निज्जर की हत्या पार्किंग लॉट में हुई थी जिसके बाद CCP एजेंट्स ने सबूत मिटाने के लिए उसकी कार में लगे कैमरे को तबाह कर दिया था। फिर वो कनाडा से फ्लाइट में चीन लौट आए। आपको बता दें, कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित गुरुद्वारा की पार्किंग में 18 जून 2023 की शाम खालिस्तान टाइगर फोर्स के चीफ आतंकी हरदीप सिंह निज्जर पर दो युवकों ने फायरिंग कर दी थी। निज्जर की मौके पर ही मौत हो गई। निज्जर को भारत ने भगोड़ा घोषित कर रखा था और इस पर 10 लाख रुपए का इनाम भी था। जिसके बाद 18 सितंबर 2023 को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स यानी वहां की संसद में एक बयान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जून में ब्रिटिश कोलंबिया में निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट्स का हाथ हो सकता है। ट्रूडो का इशारा भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ की तरफ था।