मुंबई, 23 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी पर सऊदी अरब के खिलाफ बयान देने की वजह से कई केस दर्ज किए गए हैं। बुशरा के खिलाफ 1885 के टेलीग्राफ एक्ट के तहत धार्मिक नफरत भड़काने, जनता को गुमराह करने और एक मित्र देश सऊदी अरब के खिलाफ गलतबयानी का आरोप लगाया गया। तोशाखाना मामले में जमानत पर बाहर बुशरा ने आरोप लगाया था सऊदी ने साजिश रच कर उनके पति को सत्ता से बाहर कर दिया था। खुद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुशरा बीबी के बयान की आलोचना की। शरीफ ने कहा कि सऊदी ने हमेशा बिना किसी शर्त पाकिस्तान की मदद की है। ऐसे भाईचारे वाले देश के खिलाफ किसी भी तरह का जहर उगलना माफी के काबिल नहीं है। मैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के तौर पर यह बताना चाहता हूं कि पाकिस्तान-सऊदी दोस्ती को कमजोर करने की कोशिश करने वाले किसी भी हाथ को देश तोड़ देगा।
शहबाज शरीफ के इस बयान के बाद पंजाब के डेरा गाजी खान, गुजरांवाला, मुल्तान, राजनपुर और मुजफ्फरनगर जिलों में कई मामले दर्ज किए गए। हालांकि, अदियाला जेल में बंद इमरान खान ने अपनी पत्नी का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने वीडियो में सऊदी अरब का बिल्कुल भी जिक्र नहीं किया है।
बुशरा का 29 मिनट का वीडियो तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के यूट्यूब चैनल पर जारी हुआ था। इस वीडियो ने देश का राजनीतिक माहौल गर्मा दिया। जिसके बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PMLN) के कई नेताओं और मंत्रियों ने कहा कि पाकिस्तान-सऊदी रिश्तों को खराब करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वीडियो में बुशरा बीबी ने सऊदी के साथ पाकिस्तान के तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का भी नाम लिया। बुशरा ने कहा कि मई 2021 में इमरान खान ने सऊदी अरब की धार्मिक यात्रा की थी। इस दौरान इमरान 'नंगे पांव' मदीना गए थे। उनके वापस आने के बाद जनरल बाजवा को फोन आने लगे थे। उन्होंने बाजवा से कहा कि 'ये अपने साथ किस आदमी को उठा लाए हो, हम इस मुल्क में शरीयत का निजाम खत्म करना चाहते हैं और तुम शरीयत के ठेकेदारों को उठा लाए हो। हमें ये नहीं चाहिए। बाजवा ने बुशरा के आरोपों को नकारा है। पाकिस्तान के ARY न्यूज को दिए इंटरव्यू में बाजवा ने कहा कि बुशरा बीबी के सभी आरोप बेतुके हैं।