पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव हुए थे. इस चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने सबसे अधिक सीटें जीतीं। हालांकि, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने सरकार बनाने का दावा किया। दोनों के बीच इस बात पर सहमति बनी कि शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री और आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति बनेंगे, लेकिन अभी तक शपथ ग्रहण समारोह नहीं हुआ है. अब पीएमएल-एन और पीपीपी के बीच अगले चरण की बातचीत 19 फरवरी को होगी, जिसमें सरकार गठन पर अंतिम फैसला लिया जाएगा. यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है.
17 फरवरी को पीएमएल-एन और पीपीपी के बीच कई प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
द ट्रिब्यून एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 17 फरवरी को पीएमएल-एन और पीपीपी की समन्वय समितियों ने सरकार गठन को लेकर प्रमुख प्रस्तावों पर चर्चा की. बैठक के दौरान दोनों पार्टियों ने एक स्थिर लोकतांत्रिक सरकार के गठन पर जोर दिया. बैठक में पीएमएल-एन की ओर से सीनेटर इशाक डार, सरदार अयाज सादिक, सीनेटर आजम नजीर तरार और मलिक मुहम्मद अहमद खान शामिल हुए।
Pakistan's PPP and PML(N) held their first official round of talks to form government.
They had met, according to sources, on one other occasion but was not announced.#PakistanElection pic.twitter.com/tmLzvw02Oo
— Geeta Mohan گیتا موہن गीता मोहन (@Geeta_Mohan) February 11, 2024
पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने सबसे अधिक सीटें जीतीं।
गौरतलब है कि आम चुनाव के बाद किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. इस चुनाव में पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों ने 92 सीटें जीतीं, जबकि पीएमएल-एनए ने 80 और पीपीपी ने 54 सीटें जीतीं। इसके बाद पीएमएल-एन और पीपीपी ने गठबंधन सरकार बनाने की घोषणा की.
#PTI demands resignations of Pakistan's Chief Election Commissioner and Chief Justice amid allegations of poll rigging by ex-Rawalpindi Commissioner Liaquat Ali Chattha. #PPP calls for inquiry; #PML-N questions Chattha's mental state. https://t.co/ayLaAmyBsA pic.twitter.com/9FlLmOH4xW
— Khaleej Times (@khaleejtimes) February 18, 2024
सरकार गठन को लेकर अंतिम फैसला नहीं हो सका
पीपीपी और पीएमएल-एन के बीच कई मुद्दों पर सहमति बन गई है, लेकिन सरकार गठन पर अंतिम फैसला होना बाकी है. दोनों पक्षों ने गठबंधन के लिए सिफारिशों पर चर्चा करने और उन्हें औपचारिक रूप देने के लिए संपर्क और समन्वय समितियों (सीसीसी) का गठन किया है।