अमेरिकी टैरिफ विवाद और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर पर मध्यस्थता के दावों के चलते पिछले कुछ महीनों से चल रहे भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव के बाद अब सुधार की उम्मीदें जगी हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि वह अगले साल भारत की यात्रा की योजना बना रहे हैं। गुरुवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना 'महान मित्र' बताया और कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें भारत आने के लिए निमंत्रण दिया है।
पीएम मोदी को बताया 'महान व्यक्ति'
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महान व्यक्ति हैं। वे मेरे मित्र हैं और हम बात करते हैं। वह चाहते हैं कि मैं वहां जाऊं। हम इसका हल निकाल लेंगे, मैं जाऊंगा।" उन्होंने यह भी जोड़ा, "हम इसका हल निकाल लेंगे, मैं जाऊंगा।" यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच व्यापार, टैरिफ और कश्मीर मुद्दे पर ट्रंप के दावों के कारण रिश्तों में खटास आ गई थी। अमेरिकी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्टों में नोबेल पुरस्कार और एक तनावपूर्ण फोन कॉल के कारण ट्रंप और पीएम मोदी के संबंधों में आई गिरावट की चर्चा हुई थी, जिसके बाद आगामी क्वाड सम्मेलन में ट्रंप के शामिल न होने की भी अटकलें थीं।
रूसी तेल खरीद पर भारत की तारीफ
राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया कि भारत ने रूस से तेल खरीदना काफी हद तक बंद कर दिया है, और उन्होंने इस कदम के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की। ट्रंप ने कहा, "भारत ने अब बड़े पैमाने पर रूस से तेल खरीदना लगभग बंद कर दिया है।" यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका अपने सहयोगी देशों पर रूसी ऊर्जा पर निर्भरता कम करने के लिए दबाव बना रहा है। ट्रंप ने बताया कि उनकी और पीएम मोदी की बातचीत बहुत अच्छी चल रही है। उन्होंने कहा कि "पीएम मोदी ने रूस से खरीदारी काफी हद तक बंद कर दी है। वह मेरे मित्र हैं और हम बात करते हैं।"
व्हाइट हाउस ने भी दिया सकारात्मक संकेत
इससे पहले, मंगलवार को व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने भी भारत-अमेरिका संबंधों के प्रति सकारात्मक रुख दर्शाया था। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति "सकारात्मक हैं और भारत-अमेरिका संबंधों के बारे में बहुत दृढ़ता से महसूस करते हैं।" लेविट ने याद दिलाया कि कुछ हफ्ते पहले ही राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कई उच्च पदस्थ भारतीय-अमेरिकी अधिकारियों के साथ ओवल ऑफिस में दिवाली मनाई थी, और उस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से सीधे बात भी की थी। यह घटना दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत तालमेल और मजबूत संबंधों की ओर इशारा करती है।
राष्ट्रपति ट्रंप की अगले साल की संभावित भारत यात्रा दोनों देशों के बीच व्यापारिक और भू-राजनीतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है, जिससे दोनों देशों के बीच हालिया विवादों पर विराम लगने की उम्मीद है।