प्रयागराज न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन लगातार जारी है। पिछले सात सालों से शिक्षक बनने की उम्मीद लगाए ये युवा अब सड़कों पर हैं। छात्र नेता रजत सिंह की अगुवाई में चल रहे इस धरने में शामिल अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर फैसला नहीं लेती, तब तक वे प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे।
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने बताया कि हाल ही में जब करीब दो लाख पदों के लिए शिक्षक भर्ती का विज्ञापन निकाला गया था, तो उन्हें थोड़ी उम्मीद जगी थी। लेकिन कुछ ही घंटों में वह विज्ञापन सोशल मीडिया से गायब हो गया, जिससे उनमें नाराजगी फैल गई। उनका आरोप है कि सरकार इस भर्ती को लेकर गंभीर नहीं है और बेरोजगार युवाओं के साथ बार-बार छलावा किया जा रहा है।
एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए छात्र नेता रजत सिंह ने कहा, “हमने सालों मेहनत की, कोचिंग की, परिवार की मदद से पढ़ाई पूरी की, लेकिन अब तक हमें नौकरी नहीं मिली। जब इतने पद खाली हैं, तो सरकार हमें मौका क्यों नहीं दे रही? विज्ञापन जारी कर हटाना हमारे भविष्य से खिलवाड़ है। अब हमारी उम्र निकल रही है, हम कब तक इंतजार करें?”
अभ्यर्थियों का कहना है कि वे साधारण परिवारों से हैं और अब घर की आर्थिक हालत भी डगमगा चुकी है। उनका कहना है कि अब ये आंदोलन पीछे नहीं हटेगा। धरनास्थल पर जुटे छात्रों का साफ कहना है कि सरकार को तय करना होगा कि वह लाखों युवाओं को रोजगार देना चाहती है या नहीं। उत्तर प्रदेश में एक लाख से ज्यादा पद लंबे समय से खाली हैं, और अगर जल्द समाधान नहीं निकला तो यह आंदोलन पूरे राज्य में उग्र रूप ले सकता है।