प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज के झूंसी इलाके में पुरानी जीटी रोड के किनारे बसे 60 से 70 मकान मालिकों को पीडब्ल्यूडी ने नोटिस थमा दिया है। विभाग ने 15 दिन के भीतर जमीन खाली करने का अल्टीमेटम दिया है, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है। भवन स्वामियों को बताया गया है कि वे पीडब्ल्यूडी की जमीन पर अवैध कब्जा करके रह रहे हैं। स्थानीय निवासी सुरेश कुमार का कहना है कि उनकी चार पीढ़ियां यहां रह चुकी हैं, लेकिन अब अचानक बेदखल करने की कार्रवाई शुरू हो गई है।
लोगों का कहना है कि पहले जब सड़क चौड़ीकरण हुआ था, तब किसी ने यह नहीं बताया कि उनके मकान सरकारी जमीन पर हैं। अब एकाएक नोटिस मिलना चौंकाने वाला है। महेंद्र यादव, पिंटू भारतीय और लाला यादव जैसे कई लोगों ने जिलाधिकारी, महापौर और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई है, लेकिन समाधान नहीं निकल सका। अब सभी लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की तैयारी कर रहे हैं ताकि अपने घर बचाए जा सकें।
इस मामले में वार्ड-50 की पार्षद बबिता यादव ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि एक निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है। बताया गया कि मकानों के पीछे रेलवे की जमीन है, जिसे एक प्राइवेट कंपनी को लीज पर दिया गया है। उस कंपनी के लिए लोगों को उजाड़ा जा रहा है। अधिशासी अभियंता सुरेंद्र सिंह का कहना है कि कब्जे वास्तव में पीडब्ल्यूडी की जमीन पर हैं और कार्रवाई नियमानुसार की जा रही है।