प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज महाकुंभ ने न केवल आध्यात्मिक आस्था को बल दिया, बल्कि कई लोगों की जिंदगी भी बदल दी। सड़कों पर दुकान लगाने वालों से लेकर लक्जरी टेंट, होटल, ढाबे और नौका संचालन करने वालों तक, सभी के लिए यह महाकुंभ किसी वरदान से कम नहीं रहा। ऐसा ही एक उदाहरण नैनी के अरैल में नौका संचालन करने वाले पिंटू माहरा के परिवार का है, जिन्होंने इस महाकुंभ में करोड़ों रुपये की कमाई की। उनके पास 100 से अधिक नौकाएं थीं, और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते उनकी आमदनी उम्मीद से कहीं ज्यादा बढ़ गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब विधानसभा में इस परिवार की सफलता का जिक्र किया, तो उनके घर पर मीडिया और स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
पिंटू माहरा की मां शुकलावती देवी ने बताया कि उनका पूरा परिवार इस महाकुंभ में दिन-रात मेहनत करता रहा। उनके परिवार में करीब 100 सदस्य हैं, जिन्होंने एकजुट होकर श्रद्धालुओं की सेवा की। नाव संचालन के लिए स्टैंड नए पुल के पास बनाया गया था, जहां उनके बच्चे भूख-प्यास की परवाह किए बिना श्रद्धालुओं को गंगा स्नान और दर्शन कराने में लगे रहे। उन्होंने अपनी इस सफलता को गंगा मैया का आशीर्वाद बताया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में इस नाविक परिवार की सक्सेस स्टोरी बताते हुए कहा कि जिस परिवार के पास 130 नौकाएं थीं, उन्होंने महज 45 दिनों में करीब 30 करोड़ रुपये की शुद्ध कमाई की। यानी, एक नाव ने औसतन 23 लाख रुपये कमाए, जो प्रतिदिन करीब 50 से 52 हजार रुपये बैठता है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकारों में नाविकों के शोषण की बात कही जाती थी, लेकिन अब यह परिवार अपनी मेहनत के दम पर सफलता की मिसाल बन गया है।