प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज के नगर निगम सीमा के विस्तारित क्षेत्र वार्ड बदरा-सोनौटी में स्थित सोनौटी प्राइमरी स्कूल की हालत नवनिर्मित होने के बावजूद बदहाल हो गई है। करीब एक साल पहले बने तीनों नए कमरों की छत से बारिश में पानी टपक रहा है, दीवारों में सीलन जम गई है और जगह-जगह प्लास्टर उखड़ने लगा है। 16×10 के कमरों की फर्श पर 55 तक गहरे गड्ढे बने हुए हैं, जिन पर टाट और दरी बिछाकर बच्चों को पढ़ने को मजबूर होना पड़ रहा है।
इससे पहले यह स्कूल टिन की छत के नीचे टाट पर चलता था। 2019 में जर्जर भवन ढहने के बाद सालों तक एक ही कक्षा में सभी बच्चों की पढ़ाई कराई जाती रही। 2023-24 में 12 लाख रुपये की लागत से नए कमरे बनाए गए, लेकिन गुणवत्ता इतनी खराब रही कि थोड़ी सी बारिश में ही कमरों में पानी भर गया। पखवाड़े भर पहले तेज बारिश के बाद बच्चों को सुरक्षित घर भेजना पड़ा था।
प्रधानाध्यापिका नूरजहां ने बताया कि बरामदे में भी 20-25 बड़े गड्ढे हैं, जिनसे कई बच्चे गिरकर घायल हो चुके हैं। शिक्षिकाओं ने खुद अपने पैसों से गड्ढों को भरवाया। इस स्कूल में कुल 94 बच्चे और छह शिक्षक हैं, लेकिन भवन की स्थिति के चलते कक्षा एक और दो एक कमरे में, कक्षा तीन और पांच दूसरे में, जबकि कक्षा चार तीसरे कमरे में चल रही है।
यह स्कूल पहले भी भवन के अभाव में गांव के एक पूर्व शिक्षक के घर में संचालित हो चुका है। वर्तमान स्थिति पर बेसिक शिक्षा अधिकारी देवब्रत सिंह का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है, लेकिन भवन निर्माण से जुड़ी रिपोर्ट मंगवाकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।