प्रयागराज न्यूज डेस्क: संगम क्षेत्र में लगातार हो रहे डूबने की घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। श्रद्धालुओं को डीप बैरिकेडिंग पार करने से रोकने के लिए अब वहां जाल लगाया जाएगा। हाल ही में संगम स्नान के दौरान कई श्रद्धालुओं के यमुना में डूबने की घटनाएं सामने आई थीं। प्रशासन का मानना है कि जाल लगाने से लोग गहरे पानी में जाने से बच सकेंगे और हादसों में कमी आएगी।
महाकुंभ के बाद भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन घाटों पर जल पुलिस की संख्या पहले से कम हो गई है, जिससे निगरानी में दिक्कतें आ रही हैं। डीप बैरिकेडिंग के भीतर पानी का स्तर काफी कम हो गया है, जिससे लोग बैरिकेडिंग पार कर गहरे पानी में चले जाते हैं। जल पुलिस प्रभारी जनार्दन साहनी के मुताबिक, बैरिकेडिंग पार करते ही यमुना में करीब 20 फीट की गहराई है। इस कारण स्नान करने वाले लोग डूबने का शिकार हो रहे हैं।
हालांकि पुलिस द्वारा लगातार श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग पार न करने की चेतावनी दी जाती है, लेकिन लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। जल पुलिस की संख्या कम होने के कारण हर जगह निगरानी कर पाना मुश्किल हो रहा है। इसी को देखते हुए गहरे पानी वाले घाटों के पास बैरिकेडिंग के पीछे जाल लगाने का फैसला लिया गया है। अधिकारियों के साथ इस पर सहमति बन चुकी है और जल्द ही इसे लागू किया जाएगा, ताकि लोगों को डूबने से बचाया जा सके।