प्रयागराज न्यूज डेस्क: महाकुंभ 2025 की तैयारियों के अंतर्गत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सलोरी ड्रेन का निरीक्षण किया। यहां जियो ट्यूब विधि से सीवरेज पानी की शोधन प्रक्रिया का ट्रायल चल रहा था। सीएम का काफिला गंगा पथ होते हुए पहुंचा। मौके पर जल निगम के अधिकारियों ने सीएम को इस प्रक्रिया की जानकारी दी। ट्रायल के दौरान पानी में हल्की दुर्गंध आई तो अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि बदबू कुछ ही मिनटों में समाप्त हो जाएगी।
गंगा में गंदा पानी न जाने देने का निर्देश
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सीवर और नालों का पानी बिना शोधन के गंगा में न छोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि शोधन प्रक्रिया की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। महाकुंभ मेला अवधि के दौरान गंगा का पानी पूरी तरह स्वच्छ और निर्मल होना चाहिए। इस जिम्मेदारी को लेकर उन्होंने अधिकारियों को गंभीरता से काम करने का निर्देश दिया।
रैन बसेरों और शिविरों का लिया जायजा
सलोरी ड्रेन निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने सेक्टर छह में बन रहे रैन बसेरों और शिविरों का भी जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से इन सुविधाओं की प्रगति और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। सीएम ने सुनिश्चित करने को कहा कि शिविर और रैन बसेरे श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह तैयार हों।
महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर नजर
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान कहा कि महाकुंभ के लिए सभी व्यवस्थाएं समय पर और मानक के अनुसार पूरी होनी चाहिए। गंगा की स्वच्छता, मेला क्षेत्र की सुविधाएं, और पर्यावरणीय संरक्षण को प्राथमिकता दी जाए। मुख्यमंत्री का यह दौरा महाकुंभ की तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों के लिए एक स्पष्ट संदेश था।