प्रयागराज न्यूज डेस्क: केंद्र सरकार देशभर में 20 स्थानों पर कला ग्राम स्थापित करने जा रही है, जिसमें बिहार के पटना और गया को भी शामिल किया गया है। प्रयागराज महाकुंभ में कला ग्राम को मिली सफलता के बाद माना जा रहा है कि बिहार में भी इस पहल से राज्य की सांस्कृतिक विरासत को नई पहचान मिलेगी। पटना और गया में बनने वाले कला ग्राम से बिहार की कला, संस्कृति और परंपराएं देश-विदेश में ज्यादा लोकप्रिय होंगी।
पटना और गया को बड़ी सौगात मिली है, जहां केंद्र सरकार की ओर से कला ग्राम बनाने की मंजूरी दे दी गई है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के सचिव अरुणेश चावला ने बिहार सरकार को पत्र लिखकर इसके लिए 5 से 10 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। इस परियोजना को लेकर केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी और बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया पर खुशी जाहिर की और इसे बिहार के लिए गर्व की बात बताया।
केंद्रीय मंत्री और गया के सांसद जीतनराम मांझी ने इस फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा, "गया जी के लिए यह बड़ी खुशखबरी है। हमारे गया की धरती पर कला ग्राम बनने की स्वीकृति मिल गई है। हमारी सांस्कृतिक विरासत को अब और ज्यादा पहचान मिलेगी।" इस परियोजना के पूरा होने से बिहार की पारंपरिक कलाएं और सांस्कृतिक धरोहर नई ऊंचाइयों तक पहुंचेंगी।